जबलपुर: SDM, तहसीलदार रोज़ाना देंगे शहर की सफाई व्यवस्था की रिपोर्ट

कलेक्टर ने थामी शहर की सफाई व्यवस्था की कमान
मुख्य सचिव (Chief Secratary) के निर्देश के बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था अब तक पटरी पर नहीं लौट पाई है. शहर के 79 वार्डों में स्वच्छता को लेकर नगर निगम (Jabalpur Municipal Corporation) की कार्यशैली अब भी लापरवाह बनी हुई है. इसी बीच कलेक्टर सुबह से ही वार्डों का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था का जायजा भी ले रहे हैं.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: November 13, 2019, 6:25 PM IST
जबलपुर. आज भी स्वच्छता (Cleanliness) को लेकर कलेक्टर (Collector) द्वारा किए गए दौरे के बाद कई क्षेत्रों में बजबजाती गंदगी का नजारा देखने को मिला, जिस पर कलेक्टर भरत यादव ने नाराजगी जताई है. मीडिया से बातचीत करते हुए कलेक्टर ने कहा कि वे निगम (Jabalpur Municipal Corporation) की कार्यशैली से नाखुश हैं और उन्होंने राजस्व अमले (Rvenue Department) को ही सफाई के काम पर जमीनी स्तर पर लगा दिया है. रोजाना सुबह जिले भर के तहसीलदार और एसडीएम शहर के वार्डों का दौरा करेंगे और अपने-अपने क्षेत्रों की रिपोर्ट भी रोजाना प्रस्तुत करेंगे.
ऐसे सुधरेगी सफाई व्यवस्था
कलेक्टर ने बताया कि सफाई व्यवस्था के मद्देनजर शहर को 15 जोनों में बांटा गया है, जिसमें कचरा परिवहन करने वाली निजी एजेंसी की गाड़ियों पर प्रशासन जीपीएस लगवाने जा रहा है. इन तमाम वाहनों की मॉनिटरिंग कंट्रोल कमांड सेंटर से की जाएगी साथ ही कार्य का भौतिक सत्यापन भी होगा. स्वच्छता को लेकर शुरू किए गए नए अभियान में राजस्व अधिकारी भी नगर निगम की तर्ज पर सफाई व्यवस्था का जायजा लेंगे और दिशा निर्देशों का पालन भी कराएंगे. कलेक्टर ने तल्ख लहजे में कहा है कि अगर 10 दिनों के भीतर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो जिम्मेदारों पर कड़ाई बरती जाएगी.
डस्टबिन गड़बड़ी मामले पर कड़ी कार्रवाई सोलर डस्टबिन के नाम पर की गई गड़बड़ी और बंदरबांट को लेकर कलेक्टर ने कार्रवाई की बात कही है. आपको बता दें कि सोलर डस्टबिन के नाम पर 5 करोड़ का टेंडर स्मार्ट सिटी द्वारा जारी किया गया था लेकिन विगत दिनों पीएस नगरी प्रशासन द्वारा किए गए दौरे के बाद सोलर डस्टबिन की हकीकत कुछ और ही निकली. पीएस ने पाया था कि सोलर डस्टबिन दरअसल नकली डस्टबिन था, जिसमें बताए गए मापदंड मौजूद नहीं थे. कलेक्टर ने मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है.
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ऐसे सुधरेगी सफाई व्यवस्था
कलेक्टर ने बताया कि सफाई व्यवस्था के मद्देनजर शहर को 15 जोनों में बांटा गया है, जिसमें कचरा परिवहन करने वाली निजी एजेंसी की गाड़ियों पर प्रशासन जीपीएस लगवाने जा रहा है. इन तमाम वाहनों की मॉनिटरिंग कंट्रोल कमांड सेंटर से की जाएगी साथ ही कार्य का भौतिक सत्यापन भी होगा. स्वच्छता को लेकर शुरू किए गए नए अभियान में राजस्व अधिकारी भी नगर निगम की तर्ज पर सफाई व्यवस्था का जायजा लेंगे और दिशा निर्देशों का पालन भी कराएंगे. कलेक्टर ने तल्ख लहजे में कहा है कि अगर 10 दिनों के भीतर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो जिम्मेदारों पर कड़ाई बरती जाएगी.
डस्टबिन गड़बड़ी मामले पर कड़ी कार्रवाई सोलर डस्टबिन के नाम पर की गई गड़बड़ी और बंदरबांट को लेकर कलेक्टर ने कार्रवाई की बात कही है. आपको बता दें कि सोलर डस्टबिन के नाम पर 5 करोड़ का टेंडर स्मार्ट सिटी द्वारा जारी किया गया था लेकिन विगत दिनों पीएस नगरी प्रशासन द्वारा किए गए दौरे के बाद सोलर डस्टबिन की हकीकत कुछ और ही निकली. पीएस ने पाया था कि सोलर डस्टबिन दरअसल नकली डस्टबिन था, जिसमें बताए गए मापदंड मौजूद नहीं थे. कलेक्टर ने मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है.
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First published: November 13, 2019, 6:25 PM IST
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