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नर्स की नौकरी के नाम पर झांसा : जाली नियुक्ति पत्र देकर युवती से वसूल रहे थे पैसा, पकड़े गए

Jabalpur Crime. मेडिकल कॉलेज़ प्रबंधन ने तीनों जालसाजों को गढ़ा थाना पुलिस के हवाले कर दिया है. बहरहाल पुलिस और अस्पताल प्रबंधन जानकारी जुटा रहा है.

Jabalpur Crime. मेडिकल कॉलेज़ प्रबंधन ने तीनों जालसाजों को गढ़ा थाना पुलिस के हवाले कर दिया है. बहरहाल पुलिस और अस्पताल प्रबंधन जानकारी जुटा रहा है.

Jabalpur : जबलपुर में नर्स की नौकरी के नाम पर ठगने का खेल चल रहा था. पुलिस ने छिंदवाड़ा में रहने वाली युवती प्रियंका की ...अधिक पढ़ें

जबलपुर. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज़ में नर्स की नौकरी दिलाने का झांसा देने वाले तीन युवक पकड़े गए. ड्यूटी पर तैनात सुरक्षागार्डों को हॉस्पिटल के कंट्रोल रूम से इन जालसाजों की जानकारी मिली थी. उसके बाद तत्काल सुरक्षा प्रभारी विकास नायडू ने मौके पर पहुंचकर तीनों जालसाजों को दबोच लिया. ये जालसाज छिंदवाड़ा की एक युवती को नर्स की नौकरी दिलाने के नाम पर 50 हजार रुपए ले रहे थे. बताया जा रहा है कि इनमें से दो युवक भोपाल और एक सिवनी का रहने वाला है.

जानकारी के मुताबिक छिंदवाड़ा में रहने वाली प्रियंका एक निजी अस्पताल में नर्स है. उसकी कुछ दिन पहले सोशल मीडिया के माध्यम से सुनील पटेल से पहचान हुई थी. सुनील ने प्रियंका से कहा कि हम आपकी मेडिकल कॉलेज़ में नर्स की नौकरी लगवा देंगे. उसके एवज मे 50 हजार रुपए देने होंगे. सुनील के कहने पर प्रियंका छिंदवाड़ा से जबलपुर मेडिकल कालेज़ पहुंची. वहां सुनील और उसका साथी अजय पटेल उसे मिले.

जाली नियुक्ति पत्र
आरोपियों ने प्रियंका को एक नियुक्ति पत्र थमा दिया. उसे देखकर प्रियंका को संदेह हुआ, उसने मेडिकल कॉलेज़ के कंट्रोल रूम में पदस्थ अपने रिश्तेदार राजू मस्के को इसकी जानकारी दी. राजू भी फौरन आ गया और उसने युवकों से नौकरी प्रक्रिया की जानकारी ली, युवकों ने जो प्रक्रिया बताई इससे उन्हें यकीन हो गया कि ये युवक जालसाज हैं. इसके बाद उन्होंने  सुरक्षागार्डों की मदद से सुनील पटेल, अजय पटेल और उनके एक अन्य साथी राजकुमार को पकड़ा और पूछताछ की.

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डीन के सामने परेड
तीनों को पकड़ने के बाद सुरक्षा गार्ड उन्हें मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ अरविंद शर्मा के पास ले गए और प्रियंका के नाम का नियुक्ति पत्र दिखाया. मुख्य आरोपी सुनील पटेल ने बताया कि सिवनी में रहने वाले आलोक कुमार के यहां वो प्यून  का काम करता था. उसी के कहने पर प्रियंका को नियुक्ति पत्र देने जबलपुर आया था. मेडिकल कॉलेज़ प्रबंधन ने तीनों जालसाजों को गढ़ा थाना पुलिस के हवाले कर दिया है. बहरहाल पुलिस और मेडिकल अस्पताल प्रबंधन इस मामले में जानकारी जुटा रहा है.

Tags: Fake documents, Jabalpur news

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