बड़ा खुलासाः नटवरलाल की चौथी पत्नी निकली फर्जी डॉक्टर, कागज पर ही चला रही थी हॉस्पिटल

फर्जी डॉक्टर बन कर फिरदोस खान चला रही है 'फर्जी' अस्पताल.
पिछले दिनों एसटीएफ (STF) ने भोपाल एम्स (Bhopal AIIMS) में नर्स के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े का खुलासा किया था. मामले के मुख्य सरगना दिलशाद खान (Dilshad Khan) के अलावा उसकी पांच पत्नियों में से एक उसके नक्शे कदम पर है. फिरदौस खान (Firdos Khan) एक फर्जी हॉस्पिटल चला रही है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: October 21, 2019, 7:07 PM IST
जबलपुर. हाल ही में भोपाल एम्स (Bhopal AIIMS) में नर्स के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े का एसटीएफ (STF) ने खुलासा किया था. मामले में गिरोह के मुख्य सरगना दिलशाद खान (Dilshad Khan) तो मिस्टर नटवरलाल निकला, लेकिन उसकी पांच पत्नियों में से एक उसके नक्शे कदम पर है. जबलपुर में रहने वाली उसकी एक बीवी फर्जी डॉक्टर बन मिसेज़ नटवरलाल का रोल अदा कर रही है. जबलपुर के आधारताल इलाके में फर्जी डॉक्टर बनकर फिरदौस खान (Firdos Khan) एक फर्जी हॉस्पिटल भी चला रही है. कभी संकल्प हॉस्पिटल, तो कभी परफैक्ट और अब फिरदौस हॉस्पिटल के नाम से दिलशाद की बीवी बिना किसी खौफ के हॉस्पिटल संचालित कर रही है.
शिकायत के बाद भी...
मामले की एक शिकायत 2017 से पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लगातार की गई, लेकिन आज तक फिरदौस खान का कुछ नहीं बिगड़ा. इस फर्जी महिला डॉक्टर के शिकार पीड़ित लोग आए दिन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच रहे हैं. आधारताल के रहने वाले माखन कनौजिया भी फर्जी डॉक्टर के जाल में फंस कर अपनी संतान को खो चुके हैं. माखन ने बताया कि किस तरीके से फर्जी डॉक्टर फिरदौस ने उसकी पत्नी के इलाज में लापवाही की. खास बात ये है कि विगत तीन सालों में एक ही ठिकाने पर फिरदौस अलग-अलग नाम से हॉस्पिटल खोल चुकी है. उसके फर्जी होने की जांच भी चिकित्सा विभाग द्वारा की जा चुकी है, लेकिन आज तक उस पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई.
माखन ने दिलशाद की गिरफ्तारी के बाद किया ये कामफिरदौस के पति दिलशाद के गिरफ्तार होने की खबर पाकर माखन को पूरे फर्जीवाड़े का पता चला,जिसे लेकर वह पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचा. बता दें कि भोपाल एसटीएफ के हत्थे चढ़े दिलशाद खान की पांच पत्नियां होने की बात सामने आई थी, जिनमें से जबलपुर निवासी फिरदोस उसकी चैथी पत्नी है. फर्जीवाड़े के लिंक मिलने के बाद अब खुद को डॉक्टर बताने वाली फिरदौस पर भी कार्रवाई होने की उम्मीद की जा रही है.
5 बीवियों पर हर महीने खर्च होते थे लाखों रुपये
आपको बता दें कि एसटीएफ (STF) द्वारा पकड़े जाने से पहले दिलशाद 50 युवतियों को ठग चुका है. दिलशाद ने एसटीएफ को बताया कि उसकी 5 बीवियों हैं. बीवियों और बच्चों के महंगे शौक पूरे करने के चक्कर में वह गलत काम करने लगा. फिर उसे एक आइडिया सूझा और उसने एक गैंग बनाई. गैंग की मदद से वह पढ़ी-लिखी युवतियों को नर्स बनाने का झांसा देने लगा. भोपाल के एम्स में नर्स के पद पर नौकरी दिलाने की बात कहकर वो युवतियों को फंसाता था. गैंग के एक सदस्य की पत्नी एम्स में सुपरिटेंडेंट के पद पर है. इसी का उसने फायदा उठाया.
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शिकायत के बाद भी...
मामले की एक शिकायत 2017 से पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लगातार की गई, लेकिन आज तक फिरदौस खान का कुछ नहीं बिगड़ा. इस फर्जी महिला डॉक्टर के शिकार पीड़ित लोग आए दिन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच रहे हैं. आधारताल के रहने वाले माखन कनौजिया भी फर्जी डॉक्टर के जाल में फंस कर अपनी संतान को खो चुके हैं. माखन ने बताया कि किस तरीके से फर्जी डॉक्टर फिरदौस ने उसकी पत्नी के इलाज में लापवाही की. खास बात ये है कि विगत तीन सालों में एक ही ठिकाने पर फिरदौस अलग-अलग नाम से हॉस्पिटल खोल चुकी है. उसके फर्जी होने की जांच भी चिकित्सा विभाग द्वारा की जा चुकी है, लेकिन आज तक उस पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई.
माखन ने दिलशाद की गिरफ्तारी के बाद किया ये कामफिरदौस के पति दिलशाद के गिरफ्तार होने की खबर पाकर माखन को पूरे फर्जीवाड़े का पता चला,जिसे लेकर वह पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचा. बता दें कि भोपाल एसटीएफ के हत्थे चढ़े दिलशाद खान की पांच पत्नियां होने की बात सामने आई थी, जिनमें से जबलपुर निवासी फिरदोस उसकी चैथी पत्नी है. फर्जीवाड़े के लिंक मिलने के बाद अब खुद को डॉक्टर बताने वाली फिरदौस पर भी कार्रवाई होने की उम्मीद की जा रही है.
5 बीवियों पर हर महीने खर्च होते थे लाखों रुपये
आपको बता दें कि एसटीएफ (STF) द्वारा पकड़े जाने से पहले दिलशाद 50 युवतियों को ठग चुका है. दिलशाद ने एसटीएफ को बताया कि उसकी 5 बीवियों हैं. बीवियों और बच्चों के महंगे शौक पूरे करने के चक्कर में वह गलत काम करने लगा. फिर उसे एक आइडिया सूझा और उसने एक गैंग बनाई. गैंग की मदद से वह पढ़ी-लिखी युवतियों को नर्स बनाने का झांसा देने लगा. भोपाल के एम्स में नर्स के पद पर नौकरी दिलाने की बात कहकर वो युवतियों को फंसाता था. गैंग के एक सदस्य की पत्नी एम्स में सुपरिटेंडेंट के पद पर है. इसी का उसने फायदा उठाया.
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