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फिर विवाद में सरबजीत सिंह मोखा : पहले नकली रेमडेसिविर अब पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी, जज ने की शिकायत

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में मुख्य आरोपी का यह पेट्रोल पंप उनके अस्पताल से कुछ ही दूरी पर है

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में मुख्य आरोपी का यह पेट्रोल पंप उनके अस्पताल से कुछ ही दूरी पर है

Fake Remdesivir Injection : कोरोना काल के दौरान नकली रेमडेसिविर मामले में मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह मोखा एक बार फिर विवाद ...अधिक पढ़ें

जबलपुर. जबलपुर के सरबजीत सिंह मोखा को शायद ही कोई भूला हो. वही सरबजीत जिसके नर्सिंग होम में कोरोना की दूसरी औऱ भयावह लहर के दौरान मरीजों को रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन लगाए गए. जिंदगी के साथ खिलवाड़ के तार फिर पूरे प्रदेश और प्रदेश के बाहर गुजरात तक से जुड़े थे. अब उस पर तय सीमा से अधिक पेट्रोल बेचने आरोप लगा है. पेट्रोल पंप सील कर दिया गया है.

कोरोना काल के दौरान नकली रेमडेसिविर मामले में मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह मोखा एक बार फिर विवादों में घिर गया है. इस बार उसके पेट्रोल पंप सिटी फ्यूल्स से गाड़ी में तय सीमा से ज्यादा मात्रा में पेट्रोल का बिल देने की शिकायत पर कार्रवाई की गई है. फिलहाल नापतौल विभाग ने पेट्रोल पंप सील कर दिया है और पेट्रोल मशीनों के सत्यापन तक पेट्रोल डीजल की बिक्री पर रोक लगा दी गई है.

न्यायाधीश के साथ भी धोखाधड़ी
पूरा मामला उस वक्त उजागर हुआ जब हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश अपनी क्रेटा कार में पेट्रोल डलवाने मोखा के पेट्रोल पम्प पर पहुंचे. उन्होंने पेट्रोल फुल टैंक करने के लिए कहा. पेट्रोल टंकी की क्षमता 50 लीटर थी. लेकिन हिसाब बनाया गया 57 लीटर पेट्रोल का. कार में बैठे न्यायाधीश का माथा चकरा गया क्योंकि गाड़ी में पेट्रोल की कुल सीमा 50 लीटर थी. इसलिए हिसाब 57 लीटर का कैसे बना. न्यायाधीश को शंका हुई और उन्होंने इसकी शिकायत प्रशासन को दी.

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पेट्रोल पंप सील
न्यायाधीश की शिकायत पर नापतौल विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और मशीनों की प्राथमिक जांच करते हुए फिलहाल पंप को सील कर दिया. सभी मशीनों का सत्यापन होने के बाद ही इस पेट्रोल पंप में डीजल या पेट्रोल की बिक्री दोबारा शुरू हो पाएगी.

गलत काम की वजह से मोखा लगातार विवाद में
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ा चेहरा सामने आया है वह है सरबजीत सिंह मोखा जो लगातार विवादों में रहा है. नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में मुख्य आरोपी का यह पेट्रोल पंप उनके अस्पताल से कुछ ही दूरी पर है. ऐसे में विभाग अब यह देखेगा कि क्या गड़बड़ी या कोई कारिस्तानी करके पेट्रोल डीजल की बिक्री की जा रही थी. क्योंकि  प्राथमिक तौर पर कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है. ऐसे में बारीकी से पूरे पेट्रोल पंप में मौजूद मशीनों की जांच की जा रही है.

Tags: Jabalpur crime, Jabalpur news, Madhya pradesh latest news

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