मध्य प्रदेश: सूबे में 1 मार्च से यात्री बसों के पहिए रोकने की तैयारी, बढ़ेगी जनता की मुसीबत

बस ऑपरेटर्स किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
Jabalpur News: मध्यप्रदेश में जब डीजल 58 रुपए प्रति लीटर बिक रहा था, तब बसों का किराया निर्धारित किया गया था. आज प्रदेश में डीजल के दाम बढ़कर 90 रुपए लीटर हो गए हैं, लेकिन किराया पुराना ही चल रहा.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: February 23, 2021, 5:17 PM IST
जबलपुर. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेइंतहा बढ़ोतरी की मार केवल आम जनता और किसान ही नहीं झेल रहे, बल्कि बस ऑपरेटरों को भी इसका सामना करना पड़ रहा है. किराया बढ़ोतरी की मांग को लेकर आगामी 1 मार्च से पूरे मध्य प्रदेश के बस ऑपरेटर हड़ताल (Bus Strike) करने जा रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने बसों का किराया नहीं बढ़ाया तो प्रदेशभर में एक मार्च से बसों के पहिए थम जाएंगे. जाहिर है इस हड़ताल की वजह से जनता को भी भारी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा.
बता दें कि डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए बसों का किराया बढ़ाने के मुद्दे पर जबलपुर में बस ऑपरेटर एसोसिएशन की बैठकों का दौर लगातार जारी है. ऑपरेटर्स सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं. ऑपरेटर्स का कहना है मध्य प्रदेश में जब डीजल 58 रुपए प्रति लीटर बिक रहा था, तब बसों का किराया निर्धारित किया गया था. आज मध्य प्रदेश में डीजल के दाम बढ़कर 90 रुपए लीटर हो गए हैं. लेकिन किराया हम पुरानी दरों पर ही वसूल कर रहे हैं. ऐसे हालातों में बस संचालकों के लिए अपनी बसों को चला पाना बेहद मुश्किल हो गया है.
इसके पहले जब बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने सरकार से बातचीत की थी तो अपनी मांग रखी थी कि मध्य प्रदेश में बसों के किराये में कम से कम 50 फीसदी का इजाफा किया जाए. तब सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया था. लेकिन किराया नहीं बढ़ाया गया. आज मध्य प्रदेश में बस ऑपरेटर्स के लिए अपनी बसों का संचालन करना घाटे का सौदा साबित हो रहा है. इसके अलावा यह आरोप भी लगाया जा रहा है कि परिवहन विभाग के कई सख्त नियम भी बस ऑपरेटर्स के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं.
बस ऑपरेटर एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि अगर सरकार ने बसों का किराया बढ़ाने की मांग पूरी नहीं की तो आने वाली 1 मार्च से मध्य प्रदेश में बसों के पहिए जाम कर दिए जाएंगे. प्रदेश भर में बस संचालक हड़ताल पर चले जाएंगे.
बता दें कि डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए बसों का किराया बढ़ाने के मुद्दे पर जबलपुर में बस ऑपरेटर एसोसिएशन की बैठकों का दौर लगातार जारी है. ऑपरेटर्स सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं. ऑपरेटर्स का कहना है मध्य प्रदेश में जब डीजल 58 रुपए प्रति लीटर बिक रहा था, तब बसों का किराया निर्धारित किया गया था. आज मध्य प्रदेश में डीजल के दाम बढ़कर 90 रुपए लीटर हो गए हैं. लेकिन किराया हम पुरानी दरों पर ही वसूल कर रहे हैं. ऐसे हालातों में बस संचालकों के लिए अपनी बसों को चला पाना बेहद मुश्किल हो गया है.
सस्ता टिकट, महंगा डीजल
इसके पहले जब बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने सरकार से बातचीत की थी तो अपनी मांग रखी थी कि मध्य प्रदेश में बसों के किराये में कम से कम 50 फीसदी का इजाफा किया जाए. तब सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया था. लेकिन किराया नहीं बढ़ाया गया. आज मध्य प्रदेश में बस ऑपरेटर्स के लिए अपनी बसों का संचालन करना घाटे का सौदा साबित हो रहा है. इसके अलावा यह आरोप भी लगाया जा रहा है कि परिवहन विभाग के कई सख्त नियम भी बस ऑपरेटर्स के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं.
1 मार्च से हड़ताल की चेतावनी
बस ऑपरेटर एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि अगर सरकार ने बसों का किराया बढ़ाने की मांग पूरी नहीं की तो आने वाली 1 मार्च से मध्य प्रदेश में बसों के पहिए जाम कर दिए जाएंगे. प्रदेश भर में बस संचालक हड़ताल पर चले जाएंगे.