Corona Vaccination: वॉरियर्स ने कहा- करते रहेंगे सेवा, ग्वालियर में नाचे डॉक्टर

जबलपुर के बैसाखू को लगाई गई कोरोना की पहली वैक्सीन.
Corona Vaccination: भोपाल में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हमीदिया अस्पताल से होगी.
- News18Hindi
- Last Updated: January 16, 2021, 8:51 PM IST
भोपाल/इंदौर/जबलपुर. देश भर के साथ मध्य प्रदेश (MP) में भी शनिवार से कोरोना (Coronavirus) के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो गया. सबसे पहले जबलपुर में फ़ाईकर्मी बैसाखू पंग्रह को लगा पहला टीका. इसके बाद भोपाल में संजय यादव और इंदौर में आशा पंवार को टीका लगाया गया. पहले दिन 150 सेंटर्स पर फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीके लगाए गए. हर सेंटर पर 100 फ्रंट लाइन वारियर्स के टीकाकरण का टारगेट तय किया गया है. ग्वालियर में तो वैक्सीन के बाद डॉक्टरों ने झूमकर-नाचकर जश्न भी मनाया.
भोपाल में भी सीएम शिवराज सिंह चौहान टीका लगवानेवालों का हौंसला बढ़ाने पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने कहा - जिस घड़ी का सालभर से इंतज़ार था वो आ गई. इस मौके पर उनके साथ चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी हैं. इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने टीका लगवाने वालों से बात भी की. उधर इंदौर में भी मंत्री तुलसी सिलावट ने कोरोना वॉरियर्स का हौंसला बढ़ाया. वहीं जबलपुर में भी वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई. यहां हौंसला बढ़ाने के लिए बैंड का भी इंतजाम था.
पीएम की तारीफ कीइस मौके पर सीएम शिवराज ने कहा - जिस घड़ी का सालभर से इंतज़ार था वो आ गई. आज पूरे गर्व के साथ बोल रहा हूं कि मोदी जैसा कोई नहीं. मोदी है तो मुमकिन है. पहले सीएम क्यों नहीं लगवा रहे वैक्सीन, इस तरह के सवालों को उठाने वालों को भी शिवराज ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि कोराना वैक्सीन का प्रोटोकॉल है. उसका पालन करना है. जैसे ही मेरा नंबर आएगा मैं भी वैक्सीन लगवाऊंगा.
वैक्सीने के बाद वॉरियर्स ने जताई खुशी
भोपाल में संजय यादव ने कहा कि मैं वैक्सीन लगवाकर बहुतु खुश हूं. मैं आगे भी लोगों की सेवा करता रहूंगा. वहीं, जय प्रकाश नारायण हॉस्पिटल में कोरोना का पहला टीका यहां की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात हरिदेव यादव को लगाया गया. हरिदेव कहा कि कोरोना वैक्सीन से कोई डरने की जरूरत नहीं है. वैक्सीन लगवाते वक़्त भी मेरे मन में कोई डर नहीं था, बल्कि मुझे इस बात का उत्साह था कि सबसे पहले मुझे टीका लगाया जा रहा है. मुझे गर्व महसूस हो रहा है कि सबसे पहला टीका मुझे लगाया है.
इंदौर की सफाई कर्मचारी आशा पवार ने कहा कि मुझे कोई घबराहट नहीं है, बल्कि खुश हूं. इंदौर के ही फ्रंट लाइन वॉरियर्स ने टीका लगने से पहले कहा कि कोरोना के समय लंबे समय तक ड्यूटी की है. इस बीमारी से बचने के लिए यह टीका तो सभी को लगवाना ही है. वैसे तो सुबह 8 बजे मुझे आने के लिए कहा है, लेकिन मैं सुबह 7 बजे ही पहुंच जाऊंगी. वहीं. बैसाखी ने कहा कि मैं लगातार लोगों की मदद करता रहूंगा. मैं चाहूंगा कि मेरा जीवन किसी के काम आ जाए.
फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स से हुई शुरुआत
वैक्सीनेशन की शुरुआत सबसे पहले फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स से हुई. मध्य प्रदेश में पहले फेज में 4 लाख 16 हजार लोगों को टीका लगाया जाएगा.इनमें से 3 लाख 31 हजार सरकारी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मी हैं और बाकी निजी क्षेत्र के हैं. स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बताया कि कई लोग सवाल पूछ रहे हैं कि मंत्री और अधिकारी क्या सबसे पहले टीका लगवाएंगे. मैं सभी को बताना चाहता हूं कि ऐसा नहीं है. पहले फेज में सिर्फ फ्रंट लाइन वर्कर्स और सबसे ज्यादा रिस्क वाले लोगों को लगाया जाएगा. सबसे अंत में आम लोगों के साथ ही नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों को टीका लगाया जाएगा.
भोपाल में भी सीएम शिवराज सिंह चौहान टीका लगवानेवालों का हौंसला बढ़ाने पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने कहा - जिस घड़ी का सालभर से इंतज़ार था वो आ गई. इस मौके पर उनके साथ चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी हैं. इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने टीका लगवाने वालों से बात भी की. उधर इंदौर में भी मंत्री तुलसी सिलावट ने कोरोना वॉरियर्स का हौंसला बढ़ाया. वहीं जबलपुर में भी वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई. यहां हौंसला बढ़ाने के लिए बैंड का भी इंतजाम था.
पीएम की तारीफ कीइस मौके पर सीएम शिवराज ने कहा - जिस घड़ी का सालभर से इंतज़ार था वो आ गई. आज पूरे गर्व के साथ बोल रहा हूं कि मोदी जैसा कोई नहीं. मोदी है तो मुमकिन है. पहले सीएम क्यों नहीं लगवा रहे वैक्सीन, इस तरह के सवालों को उठाने वालों को भी शिवराज ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि कोराना वैक्सीन का प्रोटोकॉल है. उसका पालन करना है. जैसे ही मेरा नंबर आएगा मैं भी वैक्सीन लगवाऊंगा.
वैक्सीने के बाद वॉरियर्स ने जताई खुशी
भोपाल में संजय यादव ने कहा कि मैं वैक्सीन लगवाकर बहुतु खुश हूं. मैं आगे भी लोगों की सेवा करता रहूंगा. वहीं, जय प्रकाश नारायण हॉस्पिटल में कोरोना का पहला टीका यहां की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात हरिदेव यादव को लगाया गया. हरिदेव कहा कि कोरोना वैक्सीन से कोई डरने की जरूरत नहीं है. वैक्सीन लगवाते वक़्त भी मेरे मन में कोई डर नहीं था, बल्कि मुझे इस बात का उत्साह था कि सबसे पहले मुझे टीका लगाया जा रहा है. मुझे गर्व महसूस हो रहा है कि सबसे पहला टीका मुझे लगाया है.
इंदौर की सफाई कर्मचारी आशा पवार ने कहा कि मुझे कोई घबराहट नहीं है, बल्कि खुश हूं. इंदौर के ही फ्रंट लाइन वॉरियर्स ने टीका लगने से पहले कहा कि कोरोना के समय लंबे समय तक ड्यूटी की है. इस बीमारी से बचने के लिए यह टीका तो सभी को लगवाना ही है. वैसे तो सुबह 8 बजे मुझे आने के लिए कहा है, लेकिन मैं सुबह 7 बजे ही पहुंच जाऊंगी. वहीं. बैसाखी ने कहा कि मैं लगातार लोगों की मदद करता रहूंगा. मैं चाहूंगा कि मेरा जीवन किसी के काम आ जाए.
फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स से हुई शुरुआत
वैक्सीनेशन की शुरुआत सबसे पहले फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स से हुई. मध्य प्रदेश में पहले फेज में 4 लाख 16 हजार लोगों को टीका लगाया जाएगा.इनमें से 3 लाख 31 हजार सरकारी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मी हैं और बाकी निजी क्षेत्र के हैं. स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बताया कि कई लोग सवाल पूछ रहे हैं कि मंत्री और अधिकारी क्या सबसे पहले टीका लगवाएंगे. मैं सभी को बताना चाहता हूं कि ऐसा नहीं है. पहले फेज में सिर्फ फ्रंट लाइन वर्कर्स और सबसे ज्यादा रिस्क वाले लोगों को लगाया जाएगा. सबसे अंत में आम लोगों के साथ ही नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों को टीका लगाया जाएगा.