Aurangabad Train Accident : ऐसे तय हुआ मृतक मज़दूरों का अंतिम सफर

औरंगाबाद ट्रेन हादसे के मृत मजदूरों के शव जबलपुर लाए गए
औरंगाबाद (aurangabad) से लौटे उनके साथी मजदूरों (labours) ने अपनी तकलीफ को बयां किया. कई मजदूर ट्रेन पकड़ने के लिए इस भीषण गर्मी और धूप में पुणे से औरंगाबाद तक पैदल चलकर आए थे.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: May 12, 2020, 10:10 AM IST
जबलपुर.औरंगाबाद रेल हादसा (aurangabad train accident) में मारे गए सभी 16 मजदूरों के शव आज स्पेशल ट्रेन (special train) से जबलपुर (jabalpur) लाए गए. यहां से उन्हें उनके घर उमरिया और शहडोल भेज दिए गए.वहां उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है. इस स्पेशल ट्रेन में महाराष्ट्र से 1100 मज़दूर भी लौटे हैं. दुर्घटना में घायल श्रमिक को एंबुलेंस से मंडला रवाना किया गया.
औरंगाबाद के पास रेल पटरियों पर कटकर मौत के मुंह में समा गए 16 मजदूरो की देह स्पेशल ट्रेन से जबलपुर पहुंची. फौरन उन्हे उमरिया और शहडोल के लिए रवाना कर दिया गया. कई किलोमीटर का लंबा सफर तय कर रेल पटरियों पर सोना 16 मजदूरो को इतना भारी पड़ेगा ये किसी ने भी नही सोचा था. शुक्रवार की अल सुबह औरंगाबाद के पास हुए एक भीषण हादसे ने इन 16 ज़िंदगियों को निगल लिया.
ट्रेन पकड़ने के लिए मीलों पैदल चले
प्रशासन ने तत्काल आर्थिक सहायता के साथ स्पेशल ट्रेन से शवों को महाराष्ट्र से रवाना किया था.जबलपुर पहुंचने पर शवों को दो बोगियों से शहडोल और उमरिया रवाना किया गया.औरंगाबाद से लौटे उनके साथी मजदूरों ने अपनी तकलीफ को बयां किया. कई मजदूर ट्रेन पकड़ने के लिए इस भीषण गर्मी और धूप में पुणे से औरंगाबाद तक पैदल चलकर आए थे.1100 श्रमिक आए
श्रमिक स्पेशल ट्रेन में मज़दूरों के पार्थिव शरीर के साथ औरंगाबाद से 1100 से ज्यादा श्रमिक भी आए हैं जो करीब 16 जिलो के बताए जा रहे हैं. श्रमिको के यहां पहुंचने के बाद नियमानुसार स्वास्थ्य जांच कर उन्हें बसों से उनके गृह जिलों तक रवाना किया गया. एक्सीडेंट में घायल मंडला निवासी घायल मजदूर को 108 एम्बूलेंस से अपने गृह ग्राम के लिए भेजा गया.
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औरंगाबाद के पास रेल पटरियों पर कटकर मौत के मुंह में समा गए 16 मजदूरो की देह स्पेशल ट्रेन से जबलपुर पहुंची. फौरन उन्हे उमरिया और शहडोल के लिए रवाना कर दिया गया. कई किलोमीटर का लंबा सफर तय कर रेल पटरियों पर सोना 16 मजदूरो को इतना भारी पड़ेगा ये किसी ने भी नही सोचा था. शुक्रवार की अल सुबह औरंगाबाद के पास हुए एक भीषण हादसे ने इन 16 ज़िंदगियों को निगल लिया.
ट्रेन पकड़ने के लिए मीलों पैदल चले
प्रशासन ने तत्काल आर्थिक सहायता के साथ स्पेशल ट्रेन से शवों को महाराष्ट्र से रवाना किया था.जबलपुर पहुंचने पर शवों को दो बोगियों से शहडोल और उमरिया रवाना किया गया.औरंगाबाद से लौटे उनके साथी मजदूरों ने अपनी तकलीफ को बयां किया. कई मजदूर ट्रेन पकड़ने के लिए इस भीषण गर्मी और धूप में पुणे से औरंगाबाद तक पैदल चलकर आए थे.1100 श्रमिक आए
श्रमिक स्पेशल ट्रेन में मज़दूरों के पार्थिव शरीर के साथ औरंगाबाद से 1100 से ज्यादा श्रमिक भी आए हैं जो करीब 16 जिलो के बताए जा रहे हैं. श्रमिको के यहां पहुंचने के बाद नियमानुसार स्वास्थ्य जांच कर उन्हें बसों से उनके गृह जिलों तक रवाना किया गया. एक्सीडेंट में घायल मंडला निवासी घायल मजदूर को 108 एम्बूलेंस से अपने गृह ग्राम के लिए भेजा गया.
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