खंडवा : हनुवंतिया टापू में नर्मदा की लहरों में डूब गयी आधी हाउस बोट...

कोरोना के कारण फिलहाल हाउस बोट्स पर सैर सपाटा बंद है.
3 करोड़ से अधिक की लागत से दो हाउस बोट (House boat) का निर्माण केरल की एजेंसियों से करवाया गया था. हाउसबोट में तीन कमरे बनाए गए हैं जिसमें परिवार सहित पर्यटक रुक सकें.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: November 28, 2020, 10:30 AM IST
खंडवा. मध्य प्रदेश (MP) के गोवा कहे जाने वाले हनुवंतिया टापू में खड़ी हाउस बोट (House boat) डूबते-डूबते बची. पानी की तेज़ लहरों में बोट का आधा हिस्सा पानी में डूब गया. गनीमत थी कि जब ये हुआ उस वक्त बोट में कोई सैलानी सवार नहीं था. खाली बोट नदी किनारे खड़ी थी.
हनुवंतिया टापू में खड़ी हाउस बोट डूबते-डूबते बची. पर्यटन विकास निगम पानी की ये बोट नर्मदा की तेज लहरों के कारण करीब आधी डूब गयी. गनीमत यह रही कि इसमें कोई यात्री सवार नहीं था. कोरोना संक्रमण के कारण हाउसबोट पर अभी सैलानियों को किसी भी तरह का भ्रमण नहीं करवाया जा रहा है. लिहाजा हाउसबोट हनुमंतिया के किनारे पर खड़ी रहती है. तेज लहरों के कारण इस हाउसबोट का आधा हिस्सा नर्मदा के बैक वॉटर में धीरे-धीरे समाने लगा. जैसे ही पर्यटन विभाग को इसकी खबर लगी उसने तत्काल टीम भेजी. टीम ने आनन-फानन में बोट बाहर निकालने के लिए मशक्कत करना शुरू कर दिया.
3 करोड़ की दो हाउस बोट
कुछ बरस पहले ही इस टापू को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है और ज़ोर शोर से यहां समारोह कर इसकी शुरुआत की गयी थी. 3 करोड़ से अधिक की लागत से दो हाउस बोटों का निर्माण केरल की एजेंसियों से करवाया गया था. हाउसबोट में तीन कमरे बनाए गए हैं जिसमें परिवार सहित पर्यटक रुक सकें. पर्यटकों ने भी इसका भरपूर आनंद लिया. दोनों बोट ने करीब 34 लाख से अधिक का फायदा भी पर्यटन विभाग को पहुंचाया.
लेकिन कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण पहले लॉक डाउन और अब तमाम बंदिशें और एहतियात बरतने के कारण सैर सपाटा लगभग बंद है. बहुत कम सैलानी यहां पहुंच रहे हैं. पर्यटकों का हनुवंतिया टापू पहुंचने का दौर कम हो जाने के कारण पर्यटन स्थल सूना पड़ा है.अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था. हाउस बोट में पानी घुस जाने के कारण लाखों रुपए का नुकसान होने की आशंका है. फिलहाल कोई भी अधिकारी इस बारे में जानकारी देने से बच रहा है.
हनुवंतिया टापू में खड़ी हाउस बोट डूबते-डूबते बची. पर्यटन विकास निगम पानी की ये बोट नर्मदा की तेज लहरों के कारण करीब आधी डूब गयी. गनीमत यह रही कि इसमें कोई यात्री सवार नहीं था. कोरोना संक्रमण के कारण हाउसबोट पर अभी सैलानियों को किसी भी तरह का भ्रमण नहीं करवाया जा रहा है. लिहाजा हाउसबोट हनुमंतिया के किनारे पर खड़ी रहती है. तेज लहरों के कारण इस हाउसबोट का आधा हिस्सा नर्मदा के बैक वॉटर में धीरे-धीरे समाने लगा. जैसे ही पर्यटन विभाग को इसकी खबर लगी उसने तत्काल टीम भेजी. टीम ने आनन-फानन में बोट बाहर निकालने के लिए मशक्कत करना शुरू कर दिया.
3 करोड़ की दो हाउस बोट
कुछ बरस पहले ही इस टापू को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है और ज़ोर शोर से यहां समारोह कर इसकी शुरुआत की गयी थी. 3 करोड़ से अधिक की लागत से दो हाउस बोटों का निर्माण केरल की एजेंसियों से करवाया गया था. हाउसबोट में तीन कमरे बनाए गए हैं जिसमें परिवार सहित पर्यटक रुक सकें. पर्यटकों ने भी इसका भरपूर आनंद लिया. दोनों बोट ने करीब 34 लाख से अधिक का फायदा भी पर्यटन विभाग को पहुंचाया.
लेकिन कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण पहले लॉक डाउन और अब तमाम बंदिशें और एहतियात बरतने के कारण सैर सपाटा लगभग बंद है. बहुत कम सैलानी यहां पहुंच रहे हैं. पर्यटकों का हनुवंतिया टापू पहुंचने का दौर कम हो जाने के कारण पर्यटन स्थल सूना पड़ा है.अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था. हाउस बोट में पानी घुस जाने के कारण लाखों रुपए का नुकसान होने की आशंका है. फिलहाल कोई भी अधिकारी इस बारे में जानकारी देने से बच रहा है.