Khargone Accused Arrested. खरगोन एसपी सिद्धार्थ चौधरी को गोली मारने वाले आरोपी वसीम को पुलिस 13 दिन बाद पकड़ पायी.
खरगोन. खरगोन में रामनवमी के जुलूस के दौरान पथराव, आगजनी और हिंसा की घटना के दौरान एसपी सिद्धार्थ चौधरी को गोली मारने वाले आरोपी मोहसिन उर्फ वसीम को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया. उसे कसरावद में पकड़ा गया. पुलिस को 13 दिन बाद ये कामयाबी मिली. आरोपी मोहसिन घटना के बाद से फरार था.
रामनवमी के जुलूस के दौरान खरगोन में हिंसा भड़क गयी थी. उसी दौरान शुरू हुए पथराव और आगजनी की घटना के बाद भीड़ को नियंत्रित करने अपने गनमैन के साथ एसपी सिद्धार्थ चौधरी भी मौके पर पहुंचे थे. शहर के संजय नगर के त्रिवेणी चौक पर उपद्रव के दौरान आरोपी मोहसिन उर्फ वसीम ने एसपी सिद्धार्थ चौधरी को गोली मार दी थी जो उनके पैर में लगी थी.
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तलवार चलाने वाला आरोपी फरार
डीआईजी तिलक सिंह ने मीडिया को बताया कि पुलिस की स्पेशल टीम ने आरोपी को हिरासत में लिया है. अब आरोपी की रिमांड लेकर पूछताछ की जाएगी. विवेचना में अगर तथ्य सामने आया कि आरोपी को संरक्षण दिया गया तो संरक्षण देने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में गिलदार सोलंकी की शिकायत पर कोतवाली थाने में आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था. हालांकि हिंसा के दौरान तलवार चलाने वाला इरफान अभी फरार है. पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है. वसीम की गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी. पत्रकार वार्ता के दौरान कलेक्टर अनुग्रहा पी, प्रभारी एसपी रोहित काशवानी और आईपीएस अंकित जायसवाल मौजूद थे.
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5 आरोपी गिरफ्तार
इससे पहले गुरुवार को पुलिस ने खरगोन हिंसा में मारे गए जिले में इबरेश उर्फ सद्दाम खान की मौत के मामले में पुलिस ने गुरुवार को 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. सद्दाम की मौत रामनवमी पर हुई सांप्रदायिक हिंसा में हुई थी. प्रभारी पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने बताया कि इबरेश की हत्या के आरोप में आनंद नगर इलाके के संदीप, दिलीप, अजय, दीपक प्रधान और अजय कर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में तीन आरोपी फिलहाल फरार हैं. हत्या की वजह पुरानी रंजिश नहीं है, धार्मिक उन्माद है. सद्दाम नगर पालिका में सफाई कर्मचारी था. उसकी मौत रामनवमी पर 10 अप्रैल को ही हो गई थी. 11 अप्रैल को उसकी लाश कपास मंडी आनंद नगर में मिली थी. उस वक्त उसकी लाश की शिनाख्त नहीं हो सकी थी. इसलिए कर्फ्यू के कारण पोस्टमॉर्टम कराकर शव को इंदौर के अस्पताल भेज दिया गया था. इबरेश के परिवार ने 14 अप्रैल को कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. 17 अप्रैल को पुलिस ने शिनाख्त कराई और 18 अप्रैल को शव उन्हें सौंप दिया. सद्दाम की मौत पथराव के दौरान सिर में चोट लगने से हुई थी.
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