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मौत का कुआं: मिलिए उस कलाकार से जो जिंदगी दांव पर लगाकर करता है दूसरों का मनोरंजन

मनोरंजन का एक साधन सब में अलग है. यहां लोगों की भारी भीड़ देखी जाती है... और वह है मौत का कुआं. फटफट करती बाइक की आवाज ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट- आलेख तिवारी

मंडला. मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले मंडला में इन दिनों चंडी मड़ई मेले का आयोजन हो रहा है. क्षेत्र में धान की फसल कटने के बाद जगह-जगह इसका आयोजन होता है. जिसमें आदिवासी जमकर भाग लेते हैं. चंडी मड़ई मेले में सैकड़ों स्टॉल्स लगे हैं, इनमें स्थानीय लोगों और आदिवासियों का मनोरंजन भी भरपूर हो रहा है लेकिन इन सब के बीच एक मनोरंजन का एक साधन सब में अलग है. यहां लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है, और वह है मौत का कुआं. फटफट करती बाइक की आवाज और एक बड़े से कुएं में फर्राटे से इसे चलाता कलाकार पीछे हाथ उठाकर करतब दिखाती लड़की.

इन कलाकारों को जान जोखिम में उठाते देख हमारे रोंगटे खड़े हो जाते है. लेकिन फिर भी इस रोमांच के लिए लोग यहां खिंचे चले आते हैं. आइए हम आपको मिलवाते हैं. ऐसे ही एक कलाकार से जो अपनी जान दांव पर लगाकर यहां लोगों का मनोरंजन कर रहा है. निवास नगर के मडई में भी 8 फिट की गहराई वाले कुएं में आनंद धुर्वे अपनी जान पर खेलकर लोगों का मनोरंजन कर रहा है. आनंद का कहना है कि वह पिछले 22 सालों से यही काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करता आ रहा है. बचपन से ही वह अपने जीजा को इस पेशे में देखकर उसने इस पेशे को चुना लिया था.

खतरा तो है, लेकिन परिवार चलाने के लिए करना पड़ता है

आनंद का कहना है कि इस पेशे में खतरा तो है. लेकिन पूरा खेल दिमाग को केन्द्रित रखने का है. एक कुंए और पंडाल बनाने का खर्च 20 से पच्चीस हजार का आता है. आनंद और उसके सहयोगी प्रति मडई मेले में दस से पंद्रह हजार की बचत कर लेते है. आंनद का कहना है कि खतरनाक खेल होने के कारण ही इसे मौत का कुआं कहा जाता है, जान का खतरा होने के बावजूद परिवार का पेट पालने के लिए हम ये करतब दिखाते हैं. आनंद मप्र के सिवनी जिला का रहने वाला है, और जहां भी इस तरह के मेले लगते हैं, वहां पहुंच जाता है.

Tags: Mandla news

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