मध्य प्रदेश में मंदसौर गोलीकांड की पहली बरसी पर प्रस्तावित किसान आंदोलन की आहट के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज मंदसौर जाएंगे. शिवराज की यात्रा को लेकर मंदसौर, नीमच और रतलाम के विधायकों और जिलाध्यक्षों को भोपाल तलब कर सरकार पूरे क्षेत्र की रिपोर्ट ले चुकी है.
दरअसल, एक जून से लेकर दस जून तक प्रदेश के किसानों ने गांव बंद का ऐलान किया है जिसमें वे गांव में उत्पादित किसी भी चीज को शहर नहीं ले जाएंगे. इतना ही नहीं किसान एक जून से शहरी क्षेत्रों में दूध की सप्लाई भी नहीं होने देंगे. यह माना जा रहा है कि सीएम शिवराज अपने मंदसौर दौरे के दौरान किसानों को मनाने और आंदोलन से बचने के लिए कुछ बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं.
हालांकि BJP के कई नेता इसे किसान आंदोलन ना कहकर कांग्रेस की साजिश बता रहे हैं. यहां तक कि सीएम शिवराज ने भी इसे कांग्रेस का खेल करार दिया है, उन्होंने कहा है कि कांग्रेस लाशों पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहती है. सीएम ने कहा है कि जितना काम मध्य प्रदेश की सरकार ने किसानों के लिए किया है उतना किसी और प्रदेश की सरकार ने कभी नहीं किया.
एमपी के कई जिलों में प्रशासन के द्वारा किसानों से बॉन्ड भरवाया जा रहा है कि वे प्रस्तावित आंदोलन में किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं करेंगे. हालांकि मंदसौर सहित अन्य जिलों में भरवाए जा रहे बॉन्ड का किसानों ने विरोध भी किया. कई किसानों ने बॉन्ड भरने से इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि हम अपराधी नहीं है. इस पर मचे बवाल के बाद एमपी के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सफाई दी है कि सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार के बॉन्ड भरने की इजाजत नहीं दी गई है. लेकिन सवाल उठता है कि जब सरकार ने इजाजत नहीं दी है तो लोकल प्रशासन द्वारा किसानों से बॉन्ड क्यों भरवाया जा रहा है.
आंदोलन को लेकर सरकार अलर्ट हो गई है. आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों से निपटने के लिए कई जिलों में लाठी, डंडे, वाहन और अतिरिक्त फोर्स का डिप्लोयमेंट कर दिया गया है. प्रशासन ने 35 जिलों में करीब 10 हजार लाठी-डंडे बंटवाए गए हैं. और 5000 अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं. स्थानीय स्तर पर भी पुलिस फोर्स ने मोर्चा संभाल लिया है.
प्रस्तावित किसान आंदोलन में हिंसा होने का इनपुट इंटेलीजेंस को भी मिला है. इंटेलीजेंस आईजी मकरंद देउस्कर का कहना है कि किसान आंदोलन करने वाले सभी संगठन शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने की बात कहते हैं, लेकिन आंदोलन के समय जमीनीं हकीकत दूसरी रहती है. इसलिए पुलिस मुख्यालय ने अपने स्तर पर तैयारियां करने के साथ जिलों के एसपी को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं.
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FIRST PUBLISHED : May 30, 2018, 08:39 IST