रिपोर्ट: आकाश गौर
मुरैना: चंबल के बीहड़ कभी बागियों के गढ़ माने जाते थे और यही उनकी पनाहगाह भी थे. डकैतों के कारण बदनाम बीहड़ अब चंबल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने जा रहा है. जी हां, सरकार की योजना के तहत अब पर्यटक, चंबल में बीहड़ सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे.
एक समय था जब चंबल के बीहड़ों की ओर जाने से लोग थरथर कांपते थे. लेकिन, अब समय बदल गया है. कभी डकैतों की पनाहगाह रहे बीहड़ों में पर्यटक आएंगे और बीहड़ सफारी का आनंद उठाएंगे. इस सफारी में पर्यटकों को बीहड़ क्षेत्र और पूर्व में यहां छिपकर रहने वाले डाकुओं के उस क्षेत्र को दिखाया जाएगा, जिस ओर जाने में लोग पहले कांपते थे.
साथ ही सफारी में सन 70 के दशक में आतंक का पर्याय रहे और अभी जिंदा बचे उन डकैतों से भी मिलवाया जाएगा. इन डकैतों के फेमस ठिकानों पर पर्यटकों ले जाया जाएगा और इतना ही नहीं, इन बीहड़ों में रात गुजारने का मौका भी पर्यटकों को मिलेगा.
चंबल के प्रसिद्ध पूर्व डकैतों के नाम
70 के दशक में प्रसिद्ध डाकू मलखान सिंह, पान सिंह तोमर, मुन्नी बाई, फूलन देवी, माखन सिंह, सुल्तान सिंह, रमेश सिंह सिकरवार, जैसे खूंखार डाकुओं ने इन्हीं चंबल के बीहड़ों को अपनी पनाहगाह बनाया था.
जिला प्रशासन की तैयारियां जोरों पर
बीहड़ सफारी को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियां जोरों से चल रही हैं. उम्मीद है कि कुछ दिनों बाद ही पर्यटक बीहड़ सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे. मुरैना जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना ने बताया कि बीहड़ सफारी को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है और कुछ ही दिनों में यह प्लान बनकर तैयार हो जाएगा, उसके बाद पर्यटक बीहड़ सफारी का आनंद ले सकेंगे.
चंबल के रेत घाट भी होंगे पर्यटकों की पसंद
जिले के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी का कहना है कि चंबल के बीहड़ों के बारे में लोगों की सोच नेगेटिव है और इसको ही बदलने के लिए या बीहड़ सफारी का प्लान तैयार किया गया है. इस बीहड़ सफारी के माध्यम से पर्यटकों को बीहड़ों में घुमाया जाएगा. साथ ही जो चंबल के रेत के घाट हैं, वहां भी पर्यटक आराम से घूम सकेंगे. वहीं, सबसे खास बात यह है कि जिन चंबल के बीहड़ों में खूंखार डाकुओं का बसेरा हुआ करता था, उन जगहों पर भी पर्यटकों को रुकाया जाएगा. उन्हें बताया जाएगा कि चंबल में डाकू बनने के पीछे उनका क्या उद्देश्य था और किस वजह से वह डाकू बने.
आपको बता दें कि इसके पूर्व में इस योजना का नाम बीहड़ सेंचुरी रखा गया था, लेकिन अब बीहड़ सेंचुरी का नाम बदलकर बीहड़ सफारी रखा गया है, जिसमें चंबल के बीहड़ों में पर्यटन आराम से और सुरक्षा से रात गुजार सकेंगे.
.
Tags: Morena news, Mp news, MP tourism