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Morena News: सड़क पर आशियाना बनाकर परिवार संग धरना दे रहे कर्मचारी, जानें पूरा मामला

मुरैना के कुछ कर्मचारी आपनी पत्नी-बच्चों समेत यहां सड़क किनारे आशियाना बनाकर रहने को मजबूर हैं. सभी अपनी मांगों को लेकर ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: आकाश गौर

मुरैना: मध्य प्रदेश के मुरैना की सड़क पर इन दिनों एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. कुछ सभ्य परिवार सड़क किनारे आशियाना सजाए हुए हैं. यहां  महिलाओं के साथ छोटे-छोटे बच्चे भी हैं. खाना-पीना, सोना सब सड़क किनारे बने आशियाने में ही हो रहा है. ठंड के इस मौसम इन लोगों को ऐसे देख वहां से गुजरने वाले भी हैरान हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक एक बार भी सुध नहीं ली.

दरअसल, मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से धरने पर बैठे हैं. नेहरू पार्क के सामने महिला और पुरुष कर्मचारी 12 दिनों से यहां धरनारत हैं. महिलाएं छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सड़क पर रात गुजार रही हैं. सुबह 5 बजे लघु वेतन कर्मचारी जाग जाते हैं और अपना नित्य कर्म करके रोड पर ही चाय बनाने लग जाते हैं. सुबह 10:00 बजते ही महिलाएं और पुरुष कर्मचारी खाना बनाने में जुट जाते हैं.

12 दिनों से दे रहे धरना, हाल जानने भी कोई नहीं आया
कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम की ओर से न तो पानी की व्यवस्था है और न ही ठंड में अलाव के लिए लकड़ी की व्यवस्था की गई है. साथ ही आसपास गंदगी होने के कारण बच्चे बीमार हो रहे हैं. हमें धरना देते 12 दिन बीत चुके हैं, लेकिन हमारी कोई मांग सुनने अब तक कोई नहीं आया. लगातार सरकार से गुहार पर गुहार लगा रहे हैं, लेकिन प्रशासन का एक भी मुलाजिम हमारी सुध लेने नहीं आया. वहीं, आटा गूथ रहे कर्मचारी दीवान आदिवासी ने बताया कि हमारी मांग है कि हमें स्थाई कर्मचारी घोषित किया जाए. हम यहां 20 जनवरी से धरने पर बैठे हैं, न तो हमारे विभाग का अधिकारी और न ही कलेक्टर साहब मिलने आए. किसनी ने भी हमारी मांगों पर चर्चा तक नहीं की.

स्थायी कर्मचारी बनाए सरकार
वहीं एक अन्य कर्मचारी मुरारीलाल सेमिल ने बताया कि 2016 में लघु वेतन कर्मचारी सभी विभागों में स्थायी कर्मचारी घोषित किए जा चुके हैं. वहीं हमारे साथ के कर्मचारी जो अन्य जिलों में कार्यरत हैं, वह भी स्थाई हो चुके हैं. लेकिन, हमारा आदिम जाति कल्याण विभाग ही पीछे है. शासन को चाहिए कि हमें भी स्थाई कर्मचारी घोषित किया जाए.

Tags: Morena news, Mp news, Protest

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