मुरैना की गजक को GI टैग दिया गया है, जिससे देश के साथ दुनिया में भी इसकी खास पहचन बनेगी. (न्यूज 18 हिन्दी)
मुरैना. मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की खस्ती करारी गजक की देश के साथ ही दुनिया में भी डिमांड है. गजक के अनूठे स्वाद के चलते हर कोई इसका दीवाना है. सर्दी के सीजन में इसकी बिक्री कई गुना बढ़ जाती है. अब मुरैना की प्रसिद्ध गजक को ज्योग्राफिकल इंडिकेशन यानि GI टैग मिल गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया में इस बाबत पोस्ट कर प्रसन्ना जाहिर की है. मुरैना की गजक देश ही नहीं, बल्कि विदेश में भी मशहूर है. मुरैना जिले के गजक कारोबारियों के पास गजक बनाने का जो तरीका है वह शायद ही देश-दुनिया में किसी के पास होगा. यही वजह है कि यहां की गजक का स्वाद बेहद खास होता है. यहां की गजक खस्ता भी बहुत ज्यादा होती है, इसीलिए देश-दुनिया के लोग मुरैना की गजक की डिमांड करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मुरैना की गजक को जीआई टैग मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मुरैना की गजक को जीआई टेग मिलने पर मुरैना वासियों के साथ सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी है. इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट के अंतर्गत जीआई टैग दिए जाते हैं. उससे खास उत्पाद को विशिष्ट पहचान उस जगह के नाम से ही दी जाती है. मुरैना की गजक पहले से भी प्रसिद्ध रही है, जिसे हम अन्य स्टेट में भी गजक की दुकानों पर देखें तो मुरैना के नाम से ही मिलती है. जीआई टैग मिलने के बाद इंटरनेशनल मार्केट में इसकी डिमांड बढ़ेगी. इससे स्थानीय लोगों की आय भी बढ़ेगी.
मुरैना की गजक की बात ही अलग है
यूं तो गजक देश-विदेश के कई शहरों में बनाई जाती है, लेकिन मुरैना की गजक बेहद खास है. यहां की गजक की बात ही अलग है. गजक बहुत खस्ता और लजीज होती है. इसी वजह से यह देश-दुनिया में मशहूर हो गई है. लोग मुरैना की गजक के नाम से ही इसे मांगते हैं. हाल ही में दिल्ली फूड फेस्टिवल में भी इसे खूब पसंद किया गया था. दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित फूड फेस्टिवल में मुरैना की गजक को इटली, दुबई, ब्रिटेन से आए डेलीगेट्स ने काफी पसंद किया था. गजक निर्यात पर भी मंथन किया गया था. दुबई के फूड फेस्टिवल में भी गजक की ब्रांडिंग की जाएगी. पिछले 100 वर्ष से लोगों की जुबां पर चढ़ी मुरैना की गजक को जीआइ टैग दिलाने के लिए बीते कई सालों से प्रयास किए जा रहे थे. जीआई टैग क्षेत्रीय विशेष उत्पाद की ख्याति को प्रमाणित करने एवं उत्पाद को पहचान दिलाने की एक प्रक्रिया होती है.
व्यापरी भी खुश
जीआई टैग मिले के बाद गजक व्यापारियों ने खुशी जताते हुए कहा कि यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है. इससे जिले के साथ ही प्रदेश और देश का नाम विदेश में भी लिया जाएगा. मुरैना की गजक अब मुरैना के नाम से ही खरीदी और बेची जाएगी. इससे मुरैना के स्थानीय व्यापारियों को काफी लाभ होगा. आर्थिक लाभ के साथ ही नाम भी लिया जाएगा.
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