भारत बंद की आड़ में क्रिकेट मैच का खूनी बदला, स्टूडेंट की गोली मारकर हत्या

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आरोप है कि हिंसा की आड़ में क्रिकेट मैच के दौरान हुए विवाद का बदला लेने के लिए तीन लोगों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: April 3, 2018, 2:19 PM IST
मध्य प्रदेश में भारत बंद के दौरान भड़की हिंसा में एक स्टूडेंट की मौत के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. आरोप है कि हिंसा की आड़ में क्रिकेट मैच के दौरान हुए विवाद का बदला लेने के लिए तीन लोगों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
मुरैना में सोमवार को भारत बंद के दौरान सबसे ज्यादा उपद्रव रेलवे स्टेशन के पास हुआ था. इस दौरान गोली लगने से मारा गया राहुल पाठक नाम का स्टूडेंट भी इसी इलाके में रहता था. बताया जा रहा है कि राहुल गली के बाहर खड़े होकर प्रदर्शकारियों द्वारा रोकी गई छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की घटना को देख रहा था. तभी उसी कॉलोनी के रामू गुर्जर ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर उसे गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
दरअसल, आरोपी रामू गुर्जर और मृतक के बीच कुछ दिन पहले क्रिकेट मैच को लेकर विवाद हुआ थाए. आरोपी ने राहुल को जान से मारने की धमकी भी दी थी. परिजनों का आरोप है कि भारत बंद के दौरान भड़की हिंसा की आड़ में आरोपियों ने उसके बेटे की हत्या कर दी.
मृतक के पिता बलदाऊ पाठक ने जिले के कलेकटर और एसपी को उनके बेटे की जिम्मेदार भी ठहराया है. पिता कहते है कि यदि समय रहते हुए ऐहतियाती कदम उठाए जाते और कर्फ्यू लगा दिया जाता तो उनका बेटा जिंदा होता.वहीं, पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. संदेह के घेरे में आए तीनों आरोपी अपने घरों से लापता बताए जा रहे हैं. इस वजह से पुलिस का तीनों पर शक गहरा गया है. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
मुरैना में सोमवार को भारत बंद के दौरान सबसे ज्यादा उपद्रव रेलवे स्टेशन के पास हुआ था. इस दौरान गोली लगने से मारा गया राहुल पाठक नाम का स्टूडेंट भी इसी इलाके में रहता था. बताया जा रहा है कि राहुल गली के बाहर खड़े होकर प्रदर्शकारियों द्वारा रोकी गई छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की घटना को देख रहा था. तभी उसी कॉलोनी के रामू गुर्जर ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर उसे गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
दरअसल, आरोपी रामू गुर्जर और मृतक के बीच कुछ दिन पहले क्रिकेट मैच को लेकर विवाद हुआ थाए. आरोपी ने राहुल को जान से मारने की धमकी भी दी थी. परिजनों का आरोप है कि भारत बंद के दौरान भड़की हिंसा की आड़ में आरोपियों ने उसके बेटे की हत्या कर दी.
मृतक के पिता बलदाऊ पाठक ने जिले के कलेकटर और एसपी को उनके बेटे की जिम्मेदार भी ठहराया है. पिता कहते है कि यदि समय रहते हुए ऐहतियाती कदम उठाए जाते और कर्फ्यू लगा दिया जाता तो उनका बेटा जिंदा होता.वहीं, पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. संदेह के घेरे में आए तीनों आरोपी अपने घरों से लापता बताए जा रहे हैं. इस वजह से पुलिस का तीनों पर शक गहरा गया है. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.