लोकसभा चुनाव की सरगर्मी मध्य प्रदेश में चरम पर है. नेता अपने- अपने प्रत्याशियों को लेकर मैदान में डटे हुए हैं. सभी प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी अपनी अपनी जीत के दावे भी कर रहे हैं. करीब 35 साल से बीजेपी का गढ़ रही मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट पर यूं तो मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है लेकिन बसपा की तरफ से लड़ रहे गुर्जर नेता करतार सिंह भड़ाना ने दिलचस्पी बढ़ा दी है.
बीजेपी प्रत्याशी की बात करें तो नरेंद्र सिंह तोमर पार्टी के कद्दावर नेताओ में एक बड़ा नाम हैं. 2003 से 2008 तक मध्य प्रदेश की सरकार में ग्रामीण एव पंचायत विकास मंत्री व जनसंपर्क मंत्री के पद पर रहे. इसके बाद 2008 में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद पर आसीन रहे. 2009 में मुरैना- श्योपुर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़े और पहली बार दिल्ली के संसद भवन पहुंचे. वर्ष 2014 में ग्वालियर लोकसभा चुनाव लड़े और जीते, ग्वालियर सांसद के साथ साथ मौजूदा मोदी सरकार में मंत्री हैं.
उधर कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास रावत वर्तमान में मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. 2003 से पहले दिग्विजय सरकार में मंत्री रहे वे पांच बार के विधायक हैं. लेकिन इस बार अपनी ही विधान सभा विजयपुर सीट से चुनाव हार चुके हैं. कांग्रेस ने फिर से इन्हीं पर भरोसा जताया है. ये ज्योतिरादित्य सिंधिया के नजदीकी कहे जाते हैं. वर्ष 2009 में भी कांग्रेस व बीजेपी के यही दोनों प्रत्याशी आमने सामने थे लेकिन परिणाम बीजेपी के पक्ष में रहा था.
दिलचस्प बात यह है कि बसपा से प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले हैं. उस इलाके के उद्योगपतियों में इनकी गिनती आती है. पूर्व में उत्तर प्रदेश की सरकार में दो बार विधायक रह चुके हैं और इनकी आदत में है कि चुनाव देश के अलग अलग हिस्सों से लड़ते हैं. गुर्जर नेताओ में एक बड़ा नाम करतार सिंह भड़ाना है. इस बार बसपा के टिकट पर मुरैना-श्योपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : May 02, 2019, 15:07 IST