नरसिंहपुर. अभिनेत्री आलिया भट्ट का वो विज्ञापन तो आप सभी को याद ही होगा, जिसमें वो कहतीं हैं मैं कोई दान करने की चीज नहीं हूं. इस विज्ञापन पर खूब बवाब हुआ था. हालांकि, इस विज्ञापन की लाइन को असल जिंदगी में आईएएस ज्योति परिहार ने अपनाया है. उन्होंने अपनी शादी में कन्यादान की रस्म करने से मना कर दिया. उनके इस फैसले की हर तरफ जहां तारीफ हो रही है, वहीं सोशल मीडिया पर नई बहस भी छिड़ गई है. नरसिंहपुर जिले के जोबा गांव की रहने वाली आईएएस तपस्या परिहार ने पचमढ़ी में 12 दिसंबर को आईएफएस गर्वित गंगवार (IFS Garvit Gangwar) के साथ सात फेरे लिए.
शादी के दौरान जब कन्यादान की रस्म निभाने के बात आई तो उन्होंने मना करते हुए अपने पिता से कहा कि वह कोई दान करने की चीज नहीं बल्कि उनकी बेटी हैं. तपस्या ने इस पर कहा कि इस मौके पर तपस्या ने कहा- बचपन से ही मेरे मन में समाज की इस विचारधारा को लेकर प्रश्न था. कैसे कोई मेरा कन्यादान कर सकता है, वह भी मेरी बिना इच्छा के. यही बात धीरे-धीरे मैंने अपने परिवार से चर्चा की. इस बात को लेकर परिवार भी मान गए और वर पक्ष भी इस बात के लिए राजी हो गए कि बगैर कन्यादान किए भी शादी की जा सकती है.
तपस्या ने कहा कि जब दो परिवार आपस में मिलकर विवाह करते हैं तो फिर बड़ा-छोटा या ऊंचा-नीचा होना ठीक नहीं. क्यों किसी का दान किया जाए? जब मैं शादी के लिए तैयार हुई तो मैंने भी परिवार के लोगों से चर्चा कर कन्यादान की रस्म को शादी से दूर रखा.
वहीं IAS अधिकारी तपस्या के पिता विश्वास परिहार कहते हैं कि कानून भी यही प्रयास करता है कि बेटे-बेटी को समान माना जाए. सामाजिक परम्पराएं ही गलत हैं. ये बेटी को दान करके उनके हक से उन्हें वंचित करती हैं. बेटियों के मामले में दान शब्द ही उन्हें ठीक नहीं लगता.
ऐसे मिली पति गर्वित से
तपस्या की गर्वित गंगवार से मुलाकात मसूरी में ट्रेनिंग के दौरान हुई थी. गर्वित गंगवार तमिलनाडु कैडर के आईएफएस अधिकारी हैं. दोनों की पोस्टिंग अलग अलग जगहों पर थी जिस वजह से इनकी शादी में मुश्किलें आ रही थीं. इसके बाद गर्वित ने मैरिज के आधार पर कैडर ट्रांसफर करा लिया. इस ट्रांसफर के लिए दोनों को कोर्ट मैरिज करनी पड़ी. इनकी कोर्ट मैरेज जुलाई महीने में हुई थी.
तपस्या की शिक्षा
तपस्या के पिता विश्वास परिहार एक किसान है और उन्होंने अपनी बेटी को दिल्ली यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली भेजा था. इस कठिन परीक्षा को तपस्या ने दूसरे प्रयास में ही पास कर लिया था. वह 2018 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. तपस्या की स्कूली शिक्षा नरसिंहपुर के केंद्रीय विद्यालय से हुई थी. इसके बाद उन्होंने पुणे स्थित इंडिया लॉ सोसाइटीज कॉलेज से लॉ की पढ़ाई की. तपस्या की ऑल इंडिया 23वीं रैंक आई थी. जिसके बाद उन्हें आईएएस जैसा सम्मानित पद मिला.
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