बिजली कंपनी अपनी वसूली को लेकर किस तरह तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाए हुए है इसका एक ताजा मामला
के नरसिंहपुर गांव को लेकर देखने को मिला जहां अपनी डीपी जलने के बाद बिजली कम्पनी द्वारा वसूली के नाम पर उसे वापस नहीं देने के चलते पिछले 25 दिनों से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं.
ग्रामीणों ने कम्पनी के 40 प्रतिशत कनेक्शनों के बिल तक जमा करवा दिए बावजूद उन पर और बिलों को जमा करवाए जाने का दबाव बनाते हुए उन्हें विद्युत डीपी नहीं दी जा रही है.
जिला मुख्यालय से करीब का नरसिंहपुरा है जहां ग्रामीण बिजली कंपनी की तानाशाही के चलते २५ दिनों बाद भी अब तक अँधेरे में रहने को मजबूर हैं. बिजली नहीं होने के चलते ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खास कर स्कूली बच्चे, जिनके अभी एग्जाम चल रहे हैं. वे टोर्च सहित दिये की रोशनी में पढ़ रहे हैं.
महिलाएं भी शाम को घरेलू कामकाज को लेकर खासी दिक्कतों का सामना कर रही हैं. लेकिन इस सबसे बिजली कम्पनी को कोई लेना देना नहीं है. वे अपनी वसूली को लेकर ग्रामीणों पर दबाव बना रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है की उन्होंने अपने ६४ बिलो में से करीब ४० बिल जमा करवा दिए हैं.
इस मामले को लेकर राजनीतक दल के लोगों ने भी बिजली कम्पनी के इस तरह के वसूली पर सवाल खड़े करते हुए इसे बिल जमा करने वाले लोगो के मौलिक अधिकारों का हनन करा दिया है. और इस मामले पर जल्द कुछ नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
वहीं बिजली कंपनी के अधिकारी अपने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि जब तक वसूली पूरी नहीं होगी तब तक विद्युत डीपी नहीं दिया जा सकता.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : September 19, 2017, 12:41 IST