शासन द्वारा स्कूलों में बच्चो के लिए मध्यान भोजन की शुरुआत कर बच्चो को भरपेट खाना देने की योजना बनाई गई है लेकिन
हालत ये है कि अगले माह से स्वसहायता समूह ने तो मध्यान्ह भोजन बंद तक कर देने की चेतावनी दी. जबकि विभागीय अधिकारी इस मामले पर अब शासन के नियमों का हवाला देकर अपनी लापरवाहियों पर पर्दा डालने में लगे हैं
नीमच जिले के 1221 स्कूलों के 63911 दर्ज बच्चों के मध्यान्ह भोजन को लेकर शिक्षा विभाग पर एक बड़ी लापरवाही भारी पड़ रही है. क्योंकि इस नए सत्र के दौरान विभाग ने अब तक अपनी पोर्टल सूची अपडेट नहीं की है. जिसके चलते अब तक सिर्फ 55050 बच्चे पोर्टल की साईट पर दर्ज हैं. ऐसे में शासन से स्वसहायता समूह को मिलने वाला राशन तो कम हुआ ही है उसके साथ दी जाने वाली राशि भी शासन ने घटा दी है.
जिसका सीधा असर बच्चों के खाने पर पड़ा है. कई स्कूलों में आधा भोजन ही बच्चों को मिल रहा है जिसे वे मिल बाँट कर खाने को मजबूर हैं.
जिले में स्कूली बच्चों की संख्या में पिछले साल से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में जो दर्ज थे, उन्ही के आंकड़े शिक्षा विभाग के पोर्टल पर अब तक अपडेट नहीं किए जाने के कारण मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था जिले में गड़बड़ा सी गई है.
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शासन के नियमों का हवाला देने के साथ जल्द बच्चों की संख्या दर्ज कर मध्यान भोजन की व्यवस्था सुचारु करवाए जाने की बात की.
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FIRST PUBLISHED : September 24, 2017, 18:56 IST