मध्य प्रदेश के नीमच जिले के लोग इन दिनों एक विशेष पेड़ जिसे शैतानी पेड़ कहा जाता है, उससे दहशत में हैं. पेड़ के चलते लोग घर से निकलने में डरने लगे हैं.
दरअसल, इस पेड़ को एलस्टोनिया या ब्लैकबोर्ड ट्री के नाम से पहचाना जाता है, जिसके फूलों की महक आस पास के वातावरण में खूब फैलती है. इसका एक नाम डेविल ट्री भी है, यानि शैतानी पेड़. ये नाम इसे इसलिए दिया गया है क्योंकि इस पेड़ के कई दुष्प्रभाव भी लोगो को एलर्जी के रूप में सामने आए हैं.
नीमच में ये शैतानी पेड़ नगरपालिका ने बड़ी तादात में लगवाए हुए हैं. पहले तो ये हरे-भरे होकर अच्छी खुशबू देते लोगों को अच्छे लगे, लेकिन अब दिनोंदिन ये लोगो की सेहत पर बुरा असर डालने लगे हैं.
लोगो को कई तरह की एलर्जी सम्बन्धी बीमारिया इस शैतानी पेड़ के वजह से होने लगी हैं, खासकर अस्थमा पीड़ित लोग तो ज्यादा ही दिक्कत में यहां नजर आ रहें हैं.
इस समय जब इस पेड़ पर फूल आते हैं तो ये और भी खतरनाक हो जाता है, आलम ये है कि अभी अस्पतालों में भी ज्यादातर मरीज सर्दी खांसी सहित आंखों में जलन से पीड़ित नजर आएंगे.
एलस्टोनिया नाम से पहचाने जाने वाला शैतानी पेड़ अमूमन जंगलो में पाया जाता है इसमें ज्यादा देखरेख की जरुरत नहीं होती है और ये काम पानी में भी तेजी से बढ़ जाता है.
इसी सोच के साथ नीमच ही नहीं बल्कि देश के कई इलाको में इसे लगवाया भी गया था लेकिन जब इसके दुष्प्रभाव सामने आये तो कई जगहों से इसे हटाना भी पड़ा है नीमच में भी अब इस शैतानी पेड़ को लेकर लोगो ने अपना ऐतराज जाताना शुरू किया है. और उनकी मांग है की इसे हटाया जाए.
शहर में 1000 से ज्यादा पेड़ लगे हैं जो लोगों के लिए मुसीबतें खड़ी कर उनके स्वास्थ पर बुरा प्रभाव डाल रहे हैं. डॉक्टर भी इस पेड़ से एलर्जी सम्बन्धी बीमारियों के होने की बात कहते हुए इसे हटाने की सलाह दे रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 04, 2017, 15:54 IST