आज की इस चकाचौंध भरी दुनिया में बेरोजगारी (Unemployment) कहीं न कहीं युवाओं को भटकाने में लगी है. अफीम (opium) उत्पादक मालवांचल (Malwa) की बात की करें तो यहां युवाओं का एक बड़ा तबका तस्करी (smuggling) में लगकर जल्दी पैसे कमाने की चाहत में लगा नजर आता है. इस बात का खुलासा पुलिस के हाल ही में तस्करी मामले में बनाये गए प्रकरणों में बड़ी संख्या में युवाओं के नाम सामने आने से हुआ है.
अफीम उत्पादक मालवांचल के नीमच जिले में इस वर्ष तस्करी के मामलों में ये चौंका देने वाला खुलासा हुआ है जिसमे ये बात सामने आई है कि इस वर्ष पुलिस के 77 प्रकरणों में 142 आरोपी हैं और इनमे से 125 आरोपियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है. जो बेरोजगार हैं और लालच में आकर अपनी जरूरतें पूरी करने के चक्कर में तस्करी से जुड़े और अपना जीवन दांव पर लगा दिया.
आज युवा जिस तरह से शॉर्टकट से रुपये कमाने की चाहत में अपराध की ओर कदम बढ़ा रहे हैं वो हमारे सामाजिक ढांचे के लिए एक बड़े खतरे की चेतावनी है. सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट चंचल बाहेती का कहना है कि मालवा का युवा बेरोजगारी और तस्करी की दुनिया के रुतबे और रुपये पैसों की लालच में भटककर तस्करी में अपना जीवन बर्बाद कर रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को युवाओं के लिए रोज़गार सुनिश्चित करना चाहिए ताकि युवाओं को बर्बाद होने से रोका जा सके. उन्होंने इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने की ज़रूरत भी बताई.
पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया की पिछले 9 महीनों में उनके द्वारा चलाये जा रहे मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियानों में पकड़े गए आरोपियों में अधिकांश युवा हैं. जो कि चिंता का विषय है. उन्होंने भी माना कि बेरोज़गारी इस समस्या का मूल है.
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FIRST PUBLISHED : October 19, 2019, 15:52 IST