नीमच.नीमच ज़िला (neemuch district) अफीम की वैध खेती (Poppy cultivation) के लिए प्रसिद्ध है, इसी के साथ ये अफीम की तस्करी (Opium smuggling) के लिए भी बदनाम है. तस्कर पुलिस पर भारी पड़ते हैं. वो तस्करी के ऐसे-ऐसे नये तरीके ढूंढ़ लेते हैं कि पुलिस (police) भी चक्कर में पड़ जाती है.
नीमच ज़िला जितनी अफीम पैदा करता है उतना ही तस्करी के किस्सों के लिए भी कुख्यात है. तस्कर यहां से बड़े पैमाने पर डोडा चूरा की तस्करी करते हैं. पुलिस के बचने के लिए नये-नये तरीके अपनाते हैं.पुलिस को चकमा देने में लगे रहते हैं. हाल ही में जो मामले सामने आये हैं वे चौंकाने वाले हैं. तस्कर अब तस्करी के लिए एंबुलेंस से लेकर वॉशिंग मशीन और स्टील के पाइप तक इस्तेमाल कर रहे हैं.
नीमच में अफीम तस्कर मुखबिर की खबर पर पकड़े गए. कुछ मामले ऐसे सामने आए हैं जिनका तस्करी का तरीका देखकर पुलिस भी चकरा गयी. तस्करों ने आटे और सीमेंट के कट्टों के बीच डोडाचुरा छुपा रखा था. लोग कहते हैं जो मामले पकड़ में आए वो काफी कम हैं. उनके मुकाबले कई बड़े मामले ऐसे हैं जो पकड़ में आते ही नहीं हैं.
पूर्व सीआईडी ऑफिसर प्रकाश शर्मा का कहना है कि तस्कर नीमच जिले में काफी सक्रिय हैं. पुलिस से बचने की हर संभव कोशिश करते हुए देशभर में डोडाचूरा और ड्रग्स सप्लाय कर रहे हैं. तस्कर एम्बुलेंस में पेशेंट के बहाने से माल छुपाकर ले जाते हैं. ये सोचने का विषय है. पुलिस को अपने सूचनातंत्र को और मज़बूत करने की ज़रूरत है.
- सीएसपी राकेश मोहन शुक्ल का कहना है हम लगातार तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. हमारे मुखबिर और पुलिस टीम सक्रिय है. यही वजह है कि तस्कर लगातार पकड़ में आ रहे हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : October 30, 2019, 19:10 IST