देखिए, बाढ़ के बहाव में कैसे खिलौनों की तरह बह गए मवेशी
पिछले तीन दिनों से जारी बारिश के चलते मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में भी कई नदी नाले उफान पर हैं. वहीं जिले की गरोठ और भानपुरा तहसीलों में हुई तेज बरसात से कई जगह सड़कों और तालाबों को भी नुकसान होने की बात सामने आई है.
- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: July 12, 2016, 3:47 PM IST
पिछले तीन दिनों से जारी झमाझम बारिश के चलते मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में भी कई नदी नाले उफान पर हैं. वहीं जिले की गरोठ और भानपुरा तहसीलों में हुई तेज बरसात से कई जगह सड़कों और तालाबों को भी नुकसान होने की बात सामने आई है.
ऐसे ही एक मामले में गरोठ तहसील के ग्राम कोटडा बुजुर्ग के नाले में अचानक आई तेज बाढ़ से बरसात का पानी गांव में घुस गया और नाले के किनारे बंधे किसानों के कई मवेशी बाढ़ के पानी में बह गए.
तीन घंटे तक लगातार चली तेज बाढ़ में कई किसानों के गाय-बैल पानी में बह गए और उन्हें बचाने के लिए ग्रामीण भी अपनी जान जोखिम में डालते नजर आए.
नाले की गहराई ज्यादा नहीं थी, जिस वजह से सभी मवेशी दो किलोमीटर दूर सपाट जंगल के किनारों पर जाकर पानी में से बाहर निकल गए. जिसके बाद ग्रामीण उन्हें वापस ले आए. इस घटना में किसी भी मवेशी की मौत नहीं हुई है.हालांकि, नाले में आई तेज बाढ़ के कारण आसपास के दी-तीन गांवों में लंबे समय तक अफरा-तफरी का माहौल रहा.
ऐसे ही एक मामले में गरोठ तहसील के ग्राम कोटडा बुजुर्ग के नाले में अचानक आई तेज बाढ़ से बरसात का पानी गांव में घुस गया और नाले के किनारे बंधे किसानों के कई मवेशी बाढ़ के पानी में बह गए.
तीन घंटे तक लगातार चली तेज बाढ़ में कई किसानों के गाय-बैल पानी में बह गए और उन्हें बचाने के लिए ग्रामीण भी अपनी जान जोखिम में डालते नजर आए.
नाले की गहराई ज्यादा नहीं थी, जिस वजह से सभी मवेशी दो किलोमीटर दूर सपाट जंगल के किनारों पर जाकर पानी में से बाहर निकल गए. जिसके बाद ग्रामीण उन्हें वापस ले आए. इस घटना में किसी भी मवेशी की मौत नहीं हुई है.हालांकि, नाले में आई तेज बाढ़ के कारण आसपास के दी-तीन गांवों में लंबे समय तक अफरा-तफरी का माहौल रहा.