नीलगाय के आतंक से किसान परेशान
रिपोर्ट : शुभम जायसवाल
राजगढ़, मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में नीलगायों की संख्या इस कदर बढ़ गई है कि न केवल किसानों, बल्कि राहगीर भी परेशान हैं. नीलगायों की समस्या ने किसानों को सड़क पर ला दिया है. उनका आतंक इस कदर बढ़ गया है कि इससे केवल किसानों की फसल ही नहीं, बल्कि किसानों को जख्मी भी हो रहे हैं.
किसानों के साथ ही राहगीर भी नीलगायों से परेशान हैं. सड़क पर वाहनों के सामने अचानक नीलगाय के आ जाने से दुर्घटनाएं भी हो रही हैं. इन्हें देखने के लिए घंटों इंतजार नहीं करना पड़ता, बल्कि खेतों में बड़े झुंड में ये नीलगाय रोज दौड़ती दिखाई दे रही हैं. राजगढ़ ही नहीं, मध्य प्रदेश के कई इलाकों में नीलगायों की बढ़ती संख्या से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है.इतना ही नहीं, उपज को बचाने में यह किसानों के लिए जान जोखिम में डालने वाली परेशानी भी बन गई है.
नीलगायों ने किया जीना मुहाल
रतलाम में किसान लगातार नीलगाय की बढ़ती समस्या के संबंध में प्रशासन से अपनी मांग रख रहे हैं.उन्होंने कहा है कि अगर कोई कदम नहीं उठाया जाता है तो नीलगाय की समस्या से मुक्ति नहीं मिलेगी. किसानों ने बताया कि पहले से ही बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि जैसी समस्याओं से उन्हें बहुत मुश्किलें हो रही हैं. अब मौसम सुधर गया है लेकिन नीलगायों ने उनकी फसलों को रौंदना शुरू कर दिया है.
घोड़े से भी ताकतवर है नीलगाय
किसानों का कहना है कि नीलगाय की संख्या 20 से 25 तक होती है और कभी-कभी इससे भी अधिक झुंड में रहती हैं. नीलगाय दिखने में घोड़े से भी बड़ी और भारी भरकम ताकतवर जानवर होती है, जिसके कारण किसानों को फसल बचाने के दौरान नीलगाय को भगाने में जान जोखिम में डालना पड़ता है. कई बार किसान और उनके परिवार नीलगाय के हमले में गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं. सड़क दुर्घटना भी नीलगाय के कारण बढ़ते जा रहे हैं.
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