रिपोर्ट: शुभम जायसवाल
राजगढ़. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ठिकानों पर सितंबर 2022 में छापे मारे गए थे. छापे की ये कार्रवाई देश के आठ राज्यों में की गई थी. मध्य प्रदेश में भी एमपी पुलिस और एसटीएफ ने पीएफआई के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे थे. इस कार्रवाई में पीएफआई के अलग अलग जिलों से कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें राजगढ़ जिले के पीएफआई के 3 सदस्य भी शामिल थे. उसके बाद से देश में पीएफआई को 5 साल के लिए बैन किया गया था.
बैन के बावजूद मध्य प्रदेश में पीएफआई के सदस्य सक्रिय हैं. यह हम नहीं कह रहे बल्कि ऐसा गंभीर आरोप सूफी इस्लामिक बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष एहतेशाम हसन सिद्दीकी ने लगाया है. उनका कहना है कि पीएफआई पर बैन होने के बावजूद राजगढ़ जिले में यह संगठन सक्रिय है. साथ ही पीएफआई पोषित स्कूल भी राजगढ़ में चल रहे हैं.
पीएफआई के नाम पर हो रही फंडिंग
एहतेशाम हसन सिद्दीकी ने यह भी आरोप लगाया गया है कि राजगढ़ जिले में पीएफआई के नाम पर फंडिंग भी हो रही है. इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. उनके पास कुछ तथ्य हैं जिसको लेकर वो गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से शिकायत करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड में कुछ लोगों की मदद से पीएफआई काम कर रहा है. कुछ लोग नकाब पहनकर पीएफआई के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन राष्ट्र हित के खिलाफ हम लोग कुछ भी नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो अंतरजातीय विवाह करके युवाओं में गलत मैसेज देना चाहते हैं, लेकिन हमारा प्रयास रहेगा कि यह भी ना हो.
गौरतलब है कि पिछले साल टेरर फंडिंग मामले को लेकर पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर बैन (Ban on PFI) लगा दिया गया था. वहीं, केंद्र सरकार ने UAPA के तहत इस संगठन को गैरकानूनी घोषित कर दिया था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Madhya pradesh news, PFI, Rajgarh News
Samantha ने पहली बार बयां किया नागा चैतन्य से तलाक का दर्द, सामने था अंधेरा, एक छोटी लड़की जो कमजोर..
FCC पर देखा गया मोटोरोला का फोल्डेबल फोन, मिलेगी बड़ी बैटरी, फास्ट चार्जिंग से लैस होगा डिवाइस
5 बैटर जिन्होंने IPL में लगाए हैं सबसे ज्यादा छक्के, लिस्ट में 2 भारतीय भी शामिल, देखें कौन-कितने नंबर पर?