शर्मनाक : रतलाम में कोरोना संदिग्ध की जलती चिता में कर्मचारियों ने नष्ट की अपनी PPE KIT

रतलाम में जलती चिता में नष्ट कीं पीपीई किट
नियम के अनुसार इस्तेमाल करने के बाद पीपीई सूट (PPE KIT) और ग्लब्स नष्ट किए जाते हैं ताकि इनके ज़रिए किसी और को संक्रमण न फैले. ये सामान बायो मेडिकल वेस्ट (Bio Medical Waste) के अंतर्गत आता है. इन्हें नियम के अनुसार नष्ट किया जाता है
- News18Hindi
- Last Updated: June 12, 2020, 5:25 PM IST
रतलाम.रतलाम (ratlam) में आज शर्मनाक करतूत सामने आई है. कोरोना संदिग्ध महिला का शव लेकर आए कर्मचारियों ने अपनी PPE किट उसकी जलती चिता में फेंककर नष्ट कर दी. ये कर्मचारी ज़िला अस्पताल के ठेकेदार के थे. सोशल मीडिया (social media) पर इसकी फोटो आते ही कर्मचारियों की इस करतूत पर तीखी प्रतिक्रिया हो रही है.
अमानवीयता की यह पूरी घटना रतलाम के भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम की है. यहां जावरा की एक कोरोना संदिग्ध महिला का प्रोटोकॉल के अनुसार अंतिम संस्कार किया जा रहा था. तभी क्रियाकर्म के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. सब सन्न रह गए. शव वाहन के साथ आए जिला अस्पताल के ठेकेदार के दो कर्मचारी एकदम से चिता की ओर लपके और कोई कुछ समझ पाता उससे पहले ही कर्मचारियों ने अपना पीपीई सूट और हाथ में पहने ग्लब्स उतारे और जलती चिता में फेंक दिए.
बायो मेडिकल वेस्ट नष्ट करने का नियम
यह पूरी घटना एक परिचित के कैमरे में कैद हो गई. नियम के अनुसार इस्तेमाल करने के बाद पीपीई सूट और ग्लब्स नष्ट किए जाते हैं ताकि इनके ज़रिए किसी और को संक्रमण न फैले. ये सामान बायो मेडिकल वेस्ट के अंतर्गत आता है. इन्हें नियम के अनुसार नष्ट किया जाता है. लेकिन जिला अस्पताल के ठेकेदार के इन कर्मचारियों ने तो मानो पीपीई किट और ग्लब्स नष्ट करने का नया तरीका ही ढूंढ़ निकाला. अब देखना ये है कि जिला प्रशासन, दोषी कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है.ये भी पढ़ें-
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अमानवीयता की यह पूरी घटना रतलाम के भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम की है. यहां जावरा की एक कोरोना संदिग्ध महिला का प्रोटोकॉल के अनुसार अंतिम संस्कार किया जा रहा था. तभी क्रियाकर्म के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. सब सन्न रह गए. शव वाहन के साथ आए जिला अस्पताल के ठेकेदार के दो कर्मचारी एकदम से चिता की ओर लपके और कोई कुछ समझ पाता उससे पहले ही कर्मचारियों ने अपना पीपीई सूट और हाथ में पहने ग्लब्स उतारे और जलती चिता में फेंक दिए.
बायो मेडिकल वेस्ट नष्ट करने का नियम
यह पूरी घटना एक परिचित के कैमरे में कैद हो गई. नियम के अनुसार इस्तेमाल करने के बाद पीपीई सूट और ग्लब्स नष्ट किए जाते हैं ताकि इनके ज़रिए किसी और को संक्रमण न फैले. ये सामान बायो मेडिकल वेस्ट के अंतर्गत आता है. इन्हें नियम के अनुसार नष्ट किया जाता है. लेकिन जिला अस्पताल के ठेकेदार के इन कर्मचारियों ने तो मानो पीपीई किट और ग्लब्स नष्ट करने का नया तरीका ही ढूंढ़ निकाला. अब देखना ये है कि जिला प्रशासन, दोषी कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है.ये भी पढ़ें-
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