MP Liquor Politics: महिला पुलिस इंस्पेक्टर के बाद अब सागर के टीचर बेचेंगे शराब

फैसले पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. (फाइल फोटो)
सागर में पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिक्षकों की शराब दुकानों पर ड्यूटी लगा दी गई है. कॉलेज की ओर से बकायद कलेक्टर (आबकारी) का हवाला देते हुए शिक्षकों के नाम के साथ आदेश जारी कर दिया गया है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: June 12, 2020, 6:39 PM IST
सागर. मध्य प्रदेश में शराब दुकानों (Liquor Shop) पर महिला अधिकारियों की तैनाती के मुद्दे पर सियासत थमी नहीं थी कि एक और नए मामले में आग में घी का काम कर दिया है. अब सागर में पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिक्षकों की शराब दुकानों पर ड्यूटी लगा दी गई है. कॉलेज की ओर से बकायद कलेक्टर (आबकारी) का हवाला देते हुए शिक्षकों के नाम के साथ आदेश जारी कर दिया गया है. 10 जून को जारी इस आदेश में 5 शिक्षकों की ड्यूटी देशी-विदेशी शराब दुकानों में लगाई गई है. मामला सामने आने के बाद अब कांग्रेस ने इस फैसले की निंदा की है.
शराब दुकानों में शिक्षकों की ड्यूटी के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है. महिला कर्मचारियों के बाद अब शिक्षकों की शराब दुकानों में ड्यूटी लगाए जाने पर कांग्रेस ने कड़ा एतराज जताया है. वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने शिवराज सरकार पर पलटवार करते हुए अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया है. अरुण यादव ने लिखा, मप्र में पहले महिला पुलिसकर्मियों ने बेंची शराब और अब शिक्षक बेचेंगे शराब, शिवराज सिंह जी शर्म नाम की तो कोई चीज़ ही नहीं बची है. जिन पर प्रदेश की सुरक्षा और बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी है उन्हें शराब बेंचने का काम सौंप दिया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ये ट्वीट किया है.
मालूम हो कि मध्य प्रदेश सरकार और ठेकेदारों के बीच जारी विवाद के बाद रीवा में गुरुवार से आबकारी विभाग ने खुद ही शराब की दुकानें खोल दी थी. दुकानों पर शराब बिक्री के लिए महिला अफसरों की भी ड्यूटी लगा दी गई थी. बताया जा रहा है कि लॉकडाउन (lockdown) के कारण ड्यूटी चार्ज में राहत की मांग को लेकर प्रदेश के 70 फीसदी ठेकेदारों ने अपने ठेके सरेंडर कर दिए. इस वजह से सरकार को अब दुकानें खोलना पड़ी. तो वहीं शराब ठेकों के मुद्दे पर कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पलटवार किया था. कांग्रेस नेता ने ट्वीट में लिखा था, शिवराजसिंह चौहान जी,आप प्रदेश को शराब की बिक्री करवाकर "आत्मनिर्भर" बनाइए किन्तु आप जिन बहनों से शराब की दुकानों से शराब बिकवा रहे हैं वे किसी की बेटियां है,आपकी भांजियां हैं! कुछ तो शर्म कीजिये,यदि बची हो तो?

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शराब दुकानों में शिक्षकों की ड्यूटी के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है. महिला कर्मचारियों के बाद अब शिक्षकों की शराब दुकानों में ड्यूटी लगाए जाने पर कांग्रेस ने कड़ा एतराज जताया है. वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने शिवराज सरकार पर पलटवार करते हुए अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया है. अरुण यादव ने लिखा, मप्र में पहले महिला पुलिसकर्मियों ने बेंची शराब और अब शिक्षक बेचेंगे शराब, शिवराज सिंह जी शर्म नाम की तो कोई चीज़ ही नहीं बची है. जिन पर प्रदेश की सुरक्षा और बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी है उन्हें शराब बेंचने का काम सौंप दिया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ये ट्वीट किया है.
रीवा में लगी थी महिला पुलिस अधिकारी की ड्यूटीमप्र में पहले महिला पुलिसकर्मियों ने बेंची शराब और अब शिक्षक बेचेंगे शराबशिवराज सिंह जी शर्म नाम की तो कोई चीज़ ही नही बची है जिन पर प्रदेश की सुरक्षा एवं बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी है उन्हें शराब बेंचने का काम सौंप दिया वाह शिवराज जी वाह।#शर्मराज@ANI @PTI_News @ians_india pic.twitter.com/kogJzcNAZL
— Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) June 12, 2020
मालूम हो कि मध्य प्रदेश सरकार और ठेकेदारों के बीच जारी विवाद के बाद रीवा में गुरुवार से आबकारी विभाग ने खुद ही शराब की दुकानें खोल दी थी. दुकानों पर शराब बिक्री के लिए महिला अफसरों की भी ड्यूटी लगा दी गई थी. बताया जा रहा है कि लॉकडाउन (lockdown) के कारण ड्यूटी चार्ज में राहत की मांग को लेकर प्रदेश के 70 फीसदी ठेकेदारों ने अपने ठेके सरेंडर कर दिए. इस वजह से सरकार को अब दुकानें खोलना पड़ी. तो वहीं शराब ठेकों के मुद्दे पर कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पलटवार किया था. कांग्रेस नेता ने ट्वीट में लिखा था, शिवराजसिंह चौहान जी,आप प्रदेश को शराब की बिक्री करवाकर "आत्मनिर्भर" बनाइए किन्तु आप जिन बहनों से शराब की दुकानों से शराब बिकवा रहे हैं वे किसी की बेटियां है,आपकी भांजियां हैं! कुछ तो शर्म कीजिये,यदि बची हो तो?
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