रिपोर्ट- आशुतोष तिवारी
रीवा. जिले के त्योंथर क्षेत्र के अंतर्गत अंजोरा गांव में रहने वाला एक यादव परिवार एक दर्दनाक बीमारी से जूझ रहा है. यह एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज रीवा तो क्या दिल्ली स्थित एम्स (AIIMS Delhi) के डॉक्टरों के पास भी नहीं है. इस बीमारी से पीड़ित परिवार के सदस्यों का शरीर सूखता जा रहा है. हर महीने उनका वजन घटता जा रहा है, जबकि परिवार के सदस्यों की जीवन शैली और खानपान बिल्कुल सामान्य लोगों की तरह ही है.
परिवार में सबसे बड़े हैं 65 वर्षीय राम नरेश यादव. वह स्वयं इस बीमारी से ग्रसित हैं. अब वह चलने-फिरने से भी लाचार हो गए हैं. उनकी बेटी सुशीला यादव 32 वर्ष, बेटे अनीस 25 वर्ष, मनीष 23 वर्ष और मनोज 20 वर्ष हैं और इन सभी का शरीर कमजोर हो चुका है. इस परिवार ने दूर दूर तक इलाज कराया. रीवा से जबलपुर, नागपुर और दिल्ली भी गए लेकिन कहीं राहत नहीं मिली.
दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने इस परिवार पर काफी रिसर्च के बाद ‘मस्क्युलर डिस्ट्रोफी’ (Muscular Dystrophy) से जुड़ा रोग बताया है. रीवा स्थित संजय गांधी स्मृति अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. यत्नेश त्रिपाठी का कहना है यह बीमारी जेनेटिक है. आशंका है कि उनके बच्चों को भी यही बीमारी होगी. इसका इलाज केवल और केवल जीन थेरैपी है, जो विदेशों में होती है और काफी महंगी है.
इस बीमारी से पीड़ित यादव परिवार का कहना है कि वे एक बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना चाहते हैं और उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताना चाहते हैं क्योंकि अब उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है.
.
Tags: Aiims delhi, Genetic diseases, Mp news, Rewa News