रिपोर्ट: प्रदीप कश्यप
सतना: मध्य प्रदेश के सतना में रहने वाले सर्राफा व्यापारी को पुरानी नोटों और मिस प्रिंट मुद्रा के संग्रह का ऐसा जुनून है कि उन्होंने अपने घर को ही संग्रहालय बना दिया है. उमाशंकर अग्रवाल के पास न सिर्फ मिस प्रिंट नोटों और गवर्नर के नामों की नोटों का अनोखा संग्रह है, बल्कि सीरियल नंबर के एक रुपये से लेकर 2 हजार रुपये के नोटों का संग्रह भी है.
57 वर्षीय उमाशंकर को बचपन से ही नोटों को सहेजने का शौक है. उन्होंने बताया कि जब वह छोटे थे, तब उन्होंने अपने पुरखों को नोटों का संग्रह करते देखते थे. तब से उन्हें भी इसकी प्रेरणा मिली और वह भी अपने बुजुर्गों से प्रेरणा लेकर नोटों को संग्रह करने का कार्य कर रहे हैं. आज उनके पास लाखों की नोटों का अनूठा संग्रह है.
मिस प्रिंट नोटों को सहेजने का शौक
सराफा व्यापारी उमाशंकर के पास सबसे ज्यादा कलेक्शन मिस प्रिंट नोटों का है. इनमें ऐसे नोट हैं जिनके नंबर ऐरर जाना, नंबर पर ज्यादा स्याही आ जाना, नोटों की कटिंग सही न होना, नोट के दोनों ओर बराबर प्रिंट न होना ऐसी नोटों का इन्होंने संग्रह किया है. इसके अलावा उमाशंकर के पास पुराने समय के गवर्नर से लेकर अभी तक के गवर्नर के नामों के नोटों का भी संग्रह है. नोटों के इस संग्रह को देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे. बताया कि यह शौक उनके जीवन का अहम हिस्सा है. वह जब भी खाली होते हैं और उनके हाथ में कोई भी ऐसी नोट आती है, तब वह उसे अलग करके अपने पास संग्रह कर रख लेते हैं.
ताकि नई पीढ़ी पुराने नोटों के बारे में जान सके
नोटों का संग्रह करने वाले उमाशंकर अग्रवाल सतना शहर के जाने-माने सर्राफा व्यापारी हैं, जो शहर के पन्नीलाल चौक के पास रहते हैं. अब इन्होंने इन नोटों का संग्रह करके एक संग्रहालय बनाने का प्रयास भी शुरू कर दिया है. वह बता हैं कि उनका नोट संग्रह करने की वजह यह है कि आने वाली पीढ़ी पुराने समय के नोटों के बारे में जान सके, जिनमें से कुछ नोट अब चलन से बंद भी हो चुके हैं.
.
Tags: Indian currency, Mp news, Satna news