जितेंद्र की पाकिस्तान जेल से हुई रिहाई, 4 मई को होगी भारत वापसी

जितेंद्र की फाइल फोटो
पाकिस्तान की कराची जेल में बंद भारतीय नागरिक जितेंद्र अर्जुनवार के वापस हिंदुस्तान लौटने की खबर पर पूरी तरह मोहर लग चुकी है. कार्रवाई पूरी होने के बाद 4 मई को जितेंद्र की घर वापस लौटने वाला है. जितेन्द्र के भारत लौटने की खबर से परिवार के साथ जिले वासियों में खुशी की लहर है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: May 2, 2018, 11:39 PM IST
पाकिस्तान की कराची जेल में बंद भारतीय नागरिक जितेंद्र अर्जुनवार के वापस हिंदुस्तान लौटने की खबर पर पूरी तरह मोहर लग चुकी है. कार्रवाई पूरी होने के बाद 4 मई को जितेंद्र की घर वापस लौटने वाला है. जितेन्द्र के भारत लौटने की खबर से परिवार के साथ जिले वासियों में खुशी की लहर है.
विदेश मंत्रालय द्वारा सिवनी एसपी तरुण नायक से सम्पर्क कर परिवार वालों को जितेन्द्र को रिसीव करने के लिए बाघा बार्डर पहुंचने के निर्देश दिए हैं.जितेन्द्र को सिवनी उसके घर वापस लाने के लिए सिवनी से उसका भाई भरत और बरघाट थाने से एक एएसआई बाघा बार्डर के लिए सिवनी से रवाना हो गए हैं.
जितेंद्र को पाकिस्तान की जेल में पिछले 5 साल से कैद कर रखा था. उसे बीमारी के कारण जेल से निकाल कर रिहेब सेंटर में रखा गया था. जितेंद्र अर्जुनवार को भारत-पाकिस्तान सीमा पर पकड़ा गया था. 12 अगस्त 2013 को पाकिस्तान के खोखरापार में जितेंद्र को पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया था.
घर से भागा जितेंद्र कुछ महीनों तक भटकता हुआ भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पहुंच गया था सिवनी पुलिस ने जितेंद्र की नागरिकता को साबित करने वाले दस्तावेज गृह और विदेश मंत्रालय को भेजने के बाद विदेश मंत्रालय ने जितेंद्र की भारत वापसी के संकेत दिए. दिमागी रूप से कमजोर जितेंद्र कई अन्य बीमारियों से भी पीड़ित है. उसकी मां ने जितेंद्र के इलाज के सरकारी मदद की अपील की है.
विदेश मंत्रालय द्वारा सिवनी एसपी तरुण नायक से सम्पर्क कर परिवार वालों को जितेन्द्र को रिसीव करने के लिए बाघा बार्डर पहुंचने के निर्देश दिए हैं.जितेन्द्र को सिवनी उसके घर वापस लाने के लिए सिवनी से उसका भाई भरत और बरघाट थाने से एक एएसआई बाघा बार्डर के लिए सिवनी से रवाना हो गए हैं.
जितेंद्र को पाकिस्तान की जेल में पिछले 5 साल से कैद कर रखा था. उसे बीमारी के कारण जेल से निकाल कर रिहेब सेंटर में रखा गया था. जितेंद्र अर्जुनवार को भारत-पाकिस्तान सीमा पर पकड़ा गया था. 12 अगस्त 2013 को पाकिस्तान के खोखरापार में जितेंद्र को पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया था.
घर से भागा जितेंद्र कुछ महीनों तक भटकता हुआ भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पहुंच गया था सिवनी पुलिस ने जितेंद्र की नागरिकता को साबित करने वाले दस्तावेज गृह और विदेश मंत्रालय को भेजने के बाद विदेश मंत्रालय ने जितेंद्र की भारत वापसी के संकेत दिए. दिमागी रूप से कमजोर जितेंद्र कई अन्य बीमारियों से भी पीड़ित है. उसकी मां ने जितेंद्र के इलाज के सरकारी मदद की अपील की है.