चार साल की उपलब्धियां गिनाने आए मंत्री को नहीं मालूम पीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट

केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते स्वास्थ राज्यमंत्री शरद जैन
मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धि गिनाने आए जिले के प्रभारी मंत्री और स्वास्थ राज्यमंत्री शरद जैन से जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट कही जाने वाली ' वन एमपी- वन आइडिया' स्कीम के बारे में प्रश्न पूछा गया था तो मंत्री जी बगले झाकने लगे.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: June 4, 2018, 5:34 PM IST
जिले के प्रभारी मंत्री और स्वास्थ राज्यमंत्री शरद जैन द्वारा मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देने के लिए सिवनी के सर्किट हॉउस में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया. शरद जैन ने पत्रकार वार्ता शुरू होते ही मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धि गिनाना शुरू कर दी. लेकिन जब मंत्री से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट कही जाने वाली ' वन एमपी- वन आइडिया' स्कीम के बारे में प्रश्न पूछा गया था तो मंत्री जी बगले झांकने लगे.
प्रभारी मंत्री ने जैसे ही यह प्रश्न सुना मंत्री के चेहरे के हाव भाव बदल गए. उनके चेहरे को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे इस योजना के बारे में पहली बार सुना हो. कुछ सोचने के बाद उन्होंने योजना के बारे में पता करके बताने को कहा. जब उनसे पूछा गया क्या आपको इस योजना के बारे में जानकारी नहीं है क्या, तो उनको थोड़ा गुस्सा आ गया. मंत्री कहने लगे जानकारी तो एक-एक योजना की है लेकिन अभी याद नहीं आ रहा. फिर मंत्री को योजना के सम्बन्ध में थोड़ा सा हिंट दिया गया लेकिन इसके बाद भी वह समझ नहीं पाए और कहने लगे कि योजना जो भी हो, डेवलपमेंट हो रहा है.
जब प्रभारी मंत्री का दिमाग काम नही किया तो बगल में बैठे सांसद बोध सिंह भगत ने अपना विवेक लगाते हुए हिंट देते हुए कहा कि सांसद आदर्श ग्राम योजना की बात हो रही है. अंत तक जब मंत्री को जवाब नहीं पता चला तो वह बाद में बताने की बात कह कर निकल लिए. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब प्रदेश सरकार के बैठे मंत्रियों को योजनाओं का नाम नहीं पता तो उन योजनाओं का काम किस हद तक हुआ होगा.
प्रभारी मंत्री ने जैसे ही यह प्रश्न सुना मंत्री के चेहरे के हाव भाव बदल गए. उनके चेहरे को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे इस योजना के बारे में पहली बार सुना हो. कुछ सोचने के बाद उन्होंने योजना के बारे में पता करके बताने को कहा. जब उनसे पूछा गया क्या आपको इस योजना के बारे में जानकारी नहीं है क्या, तो उनको थोड़ा गुस्सा आ गया. मंत्री कहने लगे जानकारी तो एक-एक योजना की है लेकिन अभी याद नहीं आ रहा. फिर मंत्री को योजना के सम्बन्ध में थोड़ा सा हिंट दिया गया लेकिन इसके बाद भी वह समझ नहीं पाए और कहने लगे कि योजना जो भी हो, डेवलपमेंट हो रहा है.
जब प्रभारी मंत्री का दिमाग काम नही किया तो बगल में बैठे सांसद बोध सिंह भगत ने अपना विवेक लगाते हुए हिंट देते हुए कहा कि सांसद आदर्श ग्राम योजना की बात हो रही है. अंत तक जब मंत्री को जवाब नहीं पता चला तो वह बाद में बताने की बात कह कर निकल लिए. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब प्रदेश सरकार के बैठे मंत्रियों को योजनाओं का नाम नहीं पता तो उन योजनाओं का काम किस हद तक हुआ होगा.