केवलारी में बीजेपी के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने पैदा की नई मुसीबत
केवलारी के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने संगठन से स्थानीय व्यक्ति को चुनावी उम्मीदवार बनाने की मांग तेज कर दी है.
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीख तय होने के बाद जहां एक ओर राजनीतिक पार्टियों के लिए जिताऊ उम्मीदवारों के नाम पर विचार-विमर्श करना सिरदर्द बना हुआ है, वहीं सिवनी जिले के केवलारी में बीजेपी के लिए चुनावी उम्मीदवार चयन करने के लिए एक नई चुनौती खड़ी हो गई है. केवलारी के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने संगठन से स्थानीय व्यक्ति को चुनावी उम्मीदवार बनाने की मांग तेज कर दी है.
बीजेपी के जमीनी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब तक केवलारी से बाहरी व्यक्ति को चुनाव लड़ाया गया है. पिछले 25 सालों से यहां से बीजेपी का उम्मीदवार जीत नहीं पाया, क्योंकि चुनाव आते ही बीजेपी के बाहरी नेता केवलारी में सक्रिय हो जाते हैं. उनका कोई भी सम्पर्क कार्यकर्ताओं से नहीं रहता, न ही वे क्षेत्र की जनता पर अपना प्रभाव बना पाते हैं और फिर चुनाव हार जाते हैं. इसके बाद वे फिर कभी कार्यकर्ताओं की तरफ लौट कर नहीं देखते. यही नहीं, वे अपनी हार का ठीकरा भी स्थानीय कार्यकर्ताओं पर फोड़ते हैं.
इस बात से केवलारी के बीजेपी कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी है. कार्यकर्ताओं की इस मांग ने कहीं न कहीं संगठन के लिए एक परेशानी खड़ी कर दी है. स्थानीय प्रत्याशी की मांग पूरी न होने पर अंदरूनी गुटबाजी होने की पूरी आशंका है और अभी से केवलारी में बीजेपी के लिए संकट के बादल छाते नजर आ रहे हैं. वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता इस मांग को लेकर कुछ भी राय देने से बच रहे हैं.
यह भी पढ़ें- सिवनी विधानसभा: कुर्मी समाज ने बढ़ाई बीजेपी की मुश्किलयह भी देखें- VIDEO: सीएम ने केवलारी विधायक पर कसा तंज, रजनीश सिंह ने दिया जवाब
बीजेपी के जमीनी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब तक केवलारी से बाहरी व्यक्ति को चुनाव लड़ाया गया है. पिछले 25 सालों से यहां से बीजेपी का उम्मीदवार जीत नहीं पाया, क्योंकि चुनाव आते ही बीजेपी के बाहरी नेता केवलारी में सक्रिय हो जाते हैं. उनका कोई भी सम्पर्क कार्यकर्ताओं से नहीं रहता, न ही वे क्षेत्र की जनता पर अपना प्रभाव बना पाते हैं और फिर चुनाव हार जाते हैं. इसके बाद वे फिर कभी कार्यकर्ताओं की तरफ लौट कर नहीं देखते. यही नहीं, वे अपनी हार का ठीकरा भी स्थानीय कार्यकर्ताओं पर फोड़ते हैं.
इस बात से केवलारी के बीजेपी कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी है. कार्यकर्ताओं की इस मांग ने कहीं न कहीं संगठन के लिए एक परेशानी खड़ी कर दी है. स्थानीय प्रत्याशी की मांग पूरी न होने पर अंदरूनी गुटबाजी होने की पूरी आशंका है और अभी से केवलारी में बीजेपी के लिए संकट के बादल छाते नजर आ रहे हैं. वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता इस मांग को लेकर कुछ भी राय देने से बच रहे हैं.
यह भी पढ़ें- सिवनी विधानसभा: कुर्मी समाज ने बढ़ाई बीजेपी की मुश्किलयह भी देखें- VIDEO: सीएम ने केवलारी विधायक पर कसा तंज, रजनीश सिंह ने दिया जवाब
Loading...
और भी देखें
Updated: January 29, 2019 03:14 PM ISTVIDEO: पेंच की रानी ने 8वीं बार दिया शावकों को जन्म, तोड़ा विश्व रिकॉर्ड