पेंच टाइगर रिज़र्व की लंगड़ी बाघिन बनी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र

पेंच टाइगर रिसर्व, सिवनी
मध्य प्रदेश में सिवनी के पेंच टाइगर रिसर्व में इन दिनों एक बाघिन पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. टी50 के नाम से मशहूर यह लंगड़ी बाघिन अपनी बल खाती चाल से इन दिनों पार्क में आने वाले सभी पर्यटकों का मन मोह लिया है.
- News18Hindi
- Last Updated: June 20, 2017, 12:59 PM IST
मध्य प्रदेश में सिवनी के पेंच टाइगर रिज़र्व में इन दिनों एक बाघिन पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. टी50 के नाम से मशहूर यह लंगड़ी बाघिन ने अपनी बलखाती चाल से इन दिनों पार्क में आने वाले सभी पर्यटकों का मन मोह लिया है.
बाघिन का नाम लंगड़ी पड़ने के पीछे की वजह बाघिन का एक पैर है जिसके कारण वह लंगड़ा कर चलती है. वन्य जीव जानकारों के अनुसार बचपन से ही बाघिन का एक पैर थोडा सा मुड़ा हुआ है जिसके कारण बाघिन बलखाकर चलती है जिसके कारण इसका नाम लंगड़ी बाघिन पड़ गया है.
वहीं सबसे हैरान करने वाली बात यह है एक पैर से लंगड़ाने के बावजूद बाघिन अन्य बाघों की तरह टाइगर रिज़र्व में सर्वाइव कर रही है. यह बात जानकर पर्यटकों की बाघिन को देखने के लिए उत्सुकता और बढ़ रही है. इस बाघिन की एक खास बात और है कि लंगड़ी बाघिन वर्ल्ड फेमस कॉलर वाली बाघिन की छोटी बहन है.
यही कारण है कि गर्मियों की छुट्टियों में पार्क घूमने आ रहे पर्यटकों के लिए लगंड़ी बाघिन सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र बन गई है.
बाघिन का नाम लंगड़ी पड़ने के पीछे की वजह बाघिन का एक पैर है जिसके कारण वह लंगड़ा कर चलती है. वन्य जीव जानकारों के अनुसार बचपन से ही बाघिन का एक पैर थोडा सा मुड़ा हुआ है जिसके कारण बाघिन बलखाकर चलती है जिसके कारण इसका नाम लंगड़ी बाघिन पड़ गया है.
वहीं सबसे हैरान करने वाली बात यह है एक पैर से लंगड़ाने के बावजूद बाघिन अन्य बाघों की तरह टाइगर रिज़र्व में सर्वाइव कर रही है. यह बात जानकर पर्यटकों की बाघिन को देखने के लिए उत्सुकता और बढ़ रही है. इस बाघिन की एक खास बात और है कि लंगड़ी बाघिन वर्ल्ड फेमस कॉलर वाली बाघिन की छोटी बहन है.
यही कारण है कि गर्मियों की छुट्टियों में पार्क घूमने आ रहे पर्यटकों के लिए लगंड़ी बाघिन सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र बन गई है.