मध्य प्रदेश के सीधी में जंगली हाथियों का आतंक, तीन ग्रामीणों को कुचलकर उतारा मौत के घाट

गांव में रात में अचानक जंगली हाथियों का एक झुंड घुस आया, जिससे यहां दहशत फैल गई (प्रतीकात्मक फोटो)
सोमवार की रात हाथियों के आने की आहट सुनकर गोरे लाल यादव अपने दो पोतों बारह वर्षीय राम कृपाल यादव और तेरह वर्षीय रामप्रसाद यादव को लेकर घर से भागने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने बताया कि तीनों घर से बाहर निकले तो हाथियों का झुंड बाहर खड़ा मिला, इसके बाद हाथियों ने तीनों को अपने सूंड़ में लपेट कर उठा लिया और जमीन पर पटक-पटक कर (Elephant Attack) मार डाला
- News18Hindi
- Last Updated: February 23, 2021, 3:56 PM IST
सीधी. मध्य प्रदेश में सीधी (Sidhi) में जंगली हाथियों का आतंक (Tusker Terror) है. जिला मुख्यालय से लगभग 85 किलोमीटर दूर संजय टाइगर रिजर्व (Sanjay Tiger Reserve) के एक गांव में हाथियों ने सोमवार की रात तीन ग्रामीणों को कुचल (Elephant Attack) कर मौत के घाट उतार दिया. एसटीआर की उपमंडल अधिकारी जया त्रिपाठी ने मंगलवार को बताया कि एसटीआर के कुसमी जनपद के ग्राम पंचायत खैरी के हैकी गांव में हाथियों के झुंड ने सोमवार की रात तीन लोगों पर हमला कर उन्हें मार डाला.
उन्होंने बताया कि हाथियों के आने की आहट सुनकर गोरे लाल यादव अपने दो पोतों बारह वर्षीय राम कृपाल यादव और तेरह वर्षीय रामप्रसाद यादव को लेकर घर से भागने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने बताया कि तीनों घर से बाहर निकले तो हाथियों का झुंड बाहर खड़ा मिला, इसके बाद हाथियों ने तीनों को अपने सूंड़ में लपेट कर उठा लिया और जमीन पर पटक-पटक कर मार डाला.
त्रिपाठी ने कहा कि घटनास्थल पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है. इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने तिलवारी जनकपुर मार्ग के कोटा छांदा में चक्काजाम कर दिया. उन्होंने बताया कि वन विभाग मामले की जांच कर रहा है. (भाषा से इनपुट)
उन्होंने बताया कि हाथियों के आने की आहट सुनकर गोरे लाल यादव अपने दो पोतों बारह वर्षीय राम कृपाल यादव और तेरह वर्षीय रामप्रसाद यादव को लेकर घर से भागने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने बताया कि तीनों घर से बाहर निकले तो हाथियों का झुंड बाहर खड़ा मिला, इसके बाद हाथियों ने तीनों को अपने सूंड़ में लपेट कर उठा लिया और जमीन पर पटक-पटक कर मार डाला.
त्रिपाठी ने कहा कि घटनास्थल पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है. इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने तिलवारी जनकपुर मार्ग के कोटा छांदा में चक्काजाम कर दिया. उन्होंने बताया कि वन विभाग मामले की जांच कर रहा है. (भाषा से इनपुट)