Ujjain : निजी अस्पताल में लाश का पैर कुतर गए चूहे! एसपी ने दिया जांच का आदेश

मृतक महिला नागदा की रहने वाली थी.
एसपी (SP) सत्येन्द्र कुमार शुक्ल का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन को इसकी केयर करना चाहिए थी. जब तक परिवार को बॉडी (Deadbody) सौंप नहीं दी जाती उसके पहले उसकी सुरक्षा की जाना थी
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: December 7, 2020, 10:32 PM IST
उज्जैन. इंदौर के एमवाय अस्पताल (MY Hospital) के बाद अब उज्जैन (Ujjain) के एक निजी अस्पताल में महिला के शव के साथ क्रूर लापरवाही सामने आयी है. यहां एक महिला की लाश को बिना किसी एहतियात के पटक दिया गया. परिवार का आरोप है कि उसकी लाश को चूहे कुतर गए. जबकि सपी ने जांच का आदेश दे दिया है.
उज्जैन के एक निजी अस्पताल में लाश की ऐसी दुर्गति हुई कि सुनकर सिहरन पैदा हो जाए. नागदा निवासी एक महिला ने रविवार को जहरीला पदार्थ खा कर आत्महत्या कर ली थी. उसके बाद उसके शव को अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से गुजरना पड़ा. शव के पैर को चूहों ने कुतर दिया. पूरे मामले को जिला पुलिस ने संज्ञान में लिया है और अब जांच जारी है.
महिला ने की थी आत्महत्या
नागदा में रहने वाली उषा लखन बामनिया नाम की 25 वर्षीय महिला ने रविवार को जहरीला पदार्थ खा लिया था. उसके बाद परिवार वाले उसे इलाज के लिए शहर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां उसकी मौत हो गई. मौत के बाद उसकी लाश को अस्पताल में ठीक से सुरक्षित नहीं रखा गया. लाश को बिना सुध लिए एक तरफ पटक दिया गया. सोमवार सुबह परिवार को जब शव सौंपने की बारी आई तो महिला के दाहिने पैर की एड़ी के पास चमड़ी को कुतरा देख परिवारवालों ने हंगामा मचा दिया. उनका आरोप था कि अस्पताल में चूहों ने पैर कुतरा है.लाश को पटक दिया था
निजी अस्पताल की लापरवाही सामने आई. सफाई में अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि उनके पास शवों को रखने की व्यवस्था नहीं है. मामले में तुरंत थाना माधव नगर के अधिकारी अलर्ट हुए और महिला की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सालय ले गए जहां महिला एसआई मालती गोयल ने पैर पर आए निशान की जांच की. अब आगे पोस्टमॉर्टम के बाद ही सामने आएगा कि क्या कारण रहा घाव कैसे हुआ.

जांच के बाद कार्रवाई
एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन को इसकी केयर करना चाहिए थी. जब तक परिवार को बॉडी सौंप नहीं दी जाती उसके पहले उसकी सुरक्षा की जाना थी. हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. अगर किसी प्रकार की त्रुटि पाई गई या आपराधिक प्रकरण पाया गया तो कार्रवाई सुनिश्चित है.
उज्जैन के एक निजी अस्पताल में लाश की ऐसी दुर्गति हुई कि सुनकर सिहरन पैदा हो जाए. नागदा निवासी एक महिला ने रविवार को जहरीला पदार्थ खा कर आत्महत्या कर ली थी. उसके बाद उसके शव को अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से गुजरना पड़ा. शव के पैर को चूहों ने कुतर दिया. पूरे मामले को जिला पुलिस ने संज्ञान में लिया है और अब जांच जारी है.
महिला ने की थी आत्महत्या
नागदा में रहने वाली उषा लखन बामनिया नाम की 25 वर्षीय महिला ने रविवार को जहरीला पदार्थ खा लिया था. उसके बाद परिवार वाले उसे इलाज के लिए शहर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां उसकी मौत हो गई. मौत के बाद उसकी लाश को अस्पताल में ठीक से सुरक्षित नहीं रखा गया. लाश को बिना सुध लिए एक तरफ पटक दिया गया. सोमवार सुबह परिवार को जब शव सौंपने की बारी आई तो महिला के दाहिने पैर की एड़ी के पास चमड़ी को कुतरा देख परिवारवालों ने हंगामा मचा दिया. उनका आरोप था कि अस्पताल में चूहों ने पैर कुतरा है.लाश को पटक दिया था
निजी अस्पताल की लापरवाही सामने आई. सफाई में अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि उनके पास शवों को रखने की व्यवस्था नहीं है. मामले में तुरंत थाना माधव नगर के अधिकारी अलर्ट हुए और महिला की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सालय ले गए जहां महिला एसआई मालती गोयल ने पैर पर आए निशान की जांच की. अब आगे पोस्टमॉर्टम के बाद ही सामने आएगा कि क्या कारण रहा घाव कैसे हुआ.
जांच के बाद कार्रवाई
एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन को इसकी केयर करना चाहिए थी. जब तक परिवार को बॉडी सौंप नहीं दी जाती उसके पहले उसकी सुरक्षा की जाना थी. हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. अगर किसी प्रकार की त्रुटि पाई गई या आपराधिक प्रकरण पाया गया तो कार्रवाई सुनिश्चित है.