एससी-एसटी एक्ट पर सरकार के खिलाफ सपाक्स ने किया आंदोलन का शंखनाद

प्रतीकात्मक तस्वीर
संगठन के संरक्षक ने बताया कि एससी-एसटी एक्ट पर सरकार के रुख के खिलाफ सपाक्स ने आंदोलन का शंखनाद कर दिया है. इस आंदोलन के दौरान सांसदों को चुल्लूभर पानी भेजने, घंटी बजाओ, हस्ताक्षर अभियान जैसे प्रदर्शन किये जाएंगे.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: August 5, 2018, 8:54 AM IST
मध्य प्रदेश में सामान्य पिछड़ा अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी, कर्मचारी संस्था (सपाक्स) ने केंद्र सरकार द्वारा एससी-एसटी एक्ट को लेकर अपनाए जा रहे रुख को लेकर सख्त ऐतराज जताया है. सवर्ण, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों के हित में काम करने वाली इस संस्था ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
सपाक्स के आंदोलन का शंखनाद करते हुए संगठन के संरक्षक IAS हीरालाल त्रिवेदी सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी में निकल पड़े हैं. आंदोलन के बारे में उन्होंने बताया कि इसे चरणबद्ध तरीके से चलाएंगे. रविवार को शहडोल में संगठन के संभागीय सम्मेलन को संबोधित करने के लिए जा रहे हीरालाल ने उमरिया जिले के पदाधिकारियों की बैठक ली और फैसले का ऐलान किया.
संगठन के संरक्षक ने बताया कि एससी-एसटी एक्ट पर सरकार के रुख के खिलाफ सपाक्स ने आंदोलन का शंखनाद कर दिया है. इस आंदोलन के दौरान सांसदों को चुल्लूभर पानी भेजने, घंटी बजाओ, हस्ताक्षर अभियान जैसे प्रदर्शन किये जाएंगे. हीरालाल ने कहा कि चार सांसदों के दबाव में आकर सरकार बहुसंख्यक समुदाय के लोगों की अनदेखी कर रही है.
त्रिवेदी ने कहा कि केंद्र सरकार का रवैया जातिवाद को बढ़ाने व बहुसंख्यक समाज को ठेस पहुंचाने वाला है. इसमें ससंद के ज्यादातर सांसदों का पक्ष लेने के बजाय सरकार कुछ सांसदों के दबाव में आकर एससी एसटी एक्ट पर फैसला ले रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने चुनाव मैदान में उतरने व समान विचार वाले प्रत्याशी के पक्ष में काम करने को लेकर अपना रुख साफ किया. जातिगत आरक्षण के बजाय योग्यता व आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की वकालत करते हुए उन्होंने आरक्षित वर्ग के सक्षम लोगों पर लाभ लेने का आरोप लगाया है.
सपाक्स के आंदोलन का शंखनाद करते हुए संगठन के संरक्षक IAS हीरालाल त्रिवेदी सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी में निकल पड़े हैं. आंदोलन के बारे में उन्होंने बताया कि इसे चरणबद्ध तरीके से चलाएंगे. रविवार को शहडोल में संगठन के संभागीय सम्मेलन को संबोधित करने के लिए जा रहे हीरालाल ने उमरिया जिले के पदाधिकारियों की बैठक ली और फैसले का ऐलान किया.
संगठन के संरक्षक ने बताया कि एससी-एसटी एक्ट पर सरकार के रुख के खिलाफ सपाक्स ने आंदोलन का शंखनाद कर दिया है. इस आंदोलन के दौरान सांसदों को चुल्लूभर पानी भेजने, घंटी बजाओ, हस्ताक्षर अभियान जैसे प्रदर्शन किये जाएंगे. हीरालाल ने कहा कि चार सांसदों के दबाव में आकर सरकार बहुसंख्यक समुदाय के लोगों की अनदेखी कर रही है.
त्रिवेदी ने कहा कि केंद्र सरकार का रवैया जातिवाद को बढ़ाने व बहुसंख्यक समाज को ठेस पहुंचाने वाला है. इसमें ससंद के ज्यादातर सांसदों का पक्ष लेने के बजाय सरकार कुछ सांसदों के दबाव में आकर एससी एसटी एक्ट पर फैसला ले रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने चुनाव मैदान में उतरने व समान विचार वाले प्रत्याशी के पक्ष में काम करने को लेकर अपना रुख साफ किया. जातिगत आरक्षण के बजाय योग्यता व आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की वकालत करते हुए उन्होंने आरक्षित वर्ग के सक्षम लोगों पर लाभ लेने का आरोप लगाया है.