पालघर लिंचिंग में नया खुलासा, घटनास्थल पर जा रही पुलिस बस पर भी दूसरी भीड़ ने घेरकर किया था हमला

सांकेतिक तस्वीर
पुलिस (Police) के मुताबिक, पालघर (Palghar Lynching) में उनकी बस पर गांव के लोगों ने हमला कर दिया था. रिपोर्ट के मुताबिक 16-17 अप्रैल की दरमियानी रात को हुए इस हमले में करीब 200 लोग शामिल थे.
- News18Hindi
- Last Updated: May 2, 2020, 8:06 AM IST
पालघर. महाराष्ट्र के पालघर ज़िले में पिछले महीने भीड़ ने दो साधुओं की पीट पीटकर कर हत्या (Mob Lynching) कर दी थी. इस घटना के दो हफ्ते बाद एक और नया खुलासा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब उस रात घटनास्थल पर पुलिस की टीम पहुंचने की कोशिश कर रही थी, उसी दौरान रास्ते में पुलिस की बस पर गांव के लोगों ने हमला कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक 16-17 अप्रैल की दरमियानी रात को हुए इस हमले में करीब 200 लोग शामिल थे. इस घटना में कई पुलिसवालों घायल हो गए.
19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस पर ये हमला केंद्रशासित प्रदेश दादरा नगर हवेली के पास चिसदा गांव में हुआ. जहां मॉब लिंचिंग में साधुओं की मौत हुई थी, वहां से ये जगह करीब 13 किलोमीटर दूर है. 17 अप्रैल को इस सिलसिले में FIR भी दर्ज की गई और 24 अप्रैल को 19 लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया. बाद में इन सबको जमानत मिल गई. इस हमले के दो और मास्टरमाइंड गुरुवार को डिटेन किए गए.
3 घंटे तक बस को बनाया बंधकदादरा नगर हवेली के कलेक्टर सुदीप कुमार सिंह के मुताबिक, साधुओं की हत्या के बाद पास के गांव के 200-300 लोगों ने पेड़ काटकर हाईवे को ब्लॉक कर दिया था. इसके बाद बस को करीब 3 घंटे तक बंधक बना कर रखा गया. बस पर पत्थरबाजी हुई, जिसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए. यहां के SP शरद दरादे के मुताबिक वैसे ये एक अलग घटना है, लेकिन फिर भी इसकी जानकारी महाराष्ट्र CID को दे दी गई है.
CID कर रही है जांच
बता दें कि 16 अप्रैल को अंत्येष्टि में शामिल होने जा रहे दो साधुओं को ग्रामीणों की एक भीड़ ने चोर होने के शक में पीट-पीटकर मार डाला था. इस बीच हत्या के संबंध में महाराष्ट्र पुलिस की सीआईडी ने पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें 13 मई तक सीआईडी हिरासत में भेज दिया गया.


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19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस पर ये हमला केंद्रशासित प्रदेश दादरा नगर हवेली के पास चिसदा गांव में हुआ. जहां मॉब लिंचिंग में साधुओं की मौत हुई थी, वहां से ये जगह करीब 13 किलोमीटर दूर है. 17 अप्रैल को इस सिलसिले में FIR भी दर्ज की गई और 24 अप्रैल को 19 लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया. बाद में इन सबको जमानत मिल गई. इस हमले के दो और मास्टरमाइंड गुरुवार को डिटेन किए गए.
3 घंटे तक बस को बनाया बंधकदादरा नगर हवेली के कलेक्टर सुदीप कुमार सिंह के मुताबिक, साधुओं की हत्या के बाद पास के गांव के 200-300 लोगों ने पेड़ काटकर हाईवे को ब्लॉक कर दिया था. इसके बाद बस को करीब 3 घंटे तक बंधक बना कर रखा गया. बस पर पत्थरबाजी हुई, जिसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए. यहां के SP शरद दरादे के मुताबिक वैसे ये एक अलग घटना है, लेकिन फिर भी इसकी जानकारी महाराष्ट्र CID को दे दी गई है.
CID कर रही है जांच
बता दें कि 16 अप्रैल को अंत्येष्टि में शामिल होने जा रहे दो साधुओं को ग्रामीणों की एक भीड़ ने चोर होने के शक में पीट-पीटकर मार डाला था. इस बीच हत्या के संबंध में महाराष्ट्र पुलिस की सीआईडी ने पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें 13 मई तक सीआईडी हिरासत में भेज दिया गया.
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