कोरोना वायरस: मुंबई में संक्रमितों की संख्या हुई 3683, धारावी में 9 नए केस के बाद 189 पॉजिटिव

मुंबई में संक्रमितों की संख्या 3683 हो गई है जबकि 161 लोगों की मौत हो चुकी है.
मुंबई (Mumbai) के झुग्गी बस्ती वाले इलाके धारावी (Dharavi) में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमितों की संख्या 189 हो गई है. धारावी में 24 घंटे में 9 नए मामले सामने आए हैं. यहां अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है.
- News18Hindi
- Last Updated: April 22, 2020, 8:22 PM IST
मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमितों की संख्या 5649 हो गई है. राज्य में अब तक 269 लोगों की मौत हो गई है. वहीं राज्य में आधे से ज्यादा केस राजधानी मुंबई (Mumbai) में हैं. मुंबई में संक्रमितों की संख्या 3683 हो गई है जबकि 161 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं मुंबई के झुग्गी बस्ती वाले इलाके धारावी (Dharavi) में संक्रमितों की संख्या 189 हो गई है. धारावी में 24 घंटे में 9 नए मामले सामने आए हैं. यहां अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है.
मुंबई में बुखार क्लीनिकों से भेजे गए थे कोविड-19 के 47 मरीज
वहीं खबर मिली है कि मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,351 मामलों में से 47 मरीज नगर निगम के बुखार क्लीनिकों द्वारा भेजे गए थे. मुंबई देश में कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित शहर है जहां अबतक कोविड-19 के 3,683 मामलों की पुष्टि हुई है और इस संक्रमण से 161 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने झुग्गी क्षेत्रों से आने वाले रोगियों की बड़ी संख्या को देखते हुए कुछ बुखार ओपीडी (बहिरंग रोगी विभागों) की स्थापना की जिससे अधिक से अधिक लोगों की जांच की जा सके. मुंबई के कुल मामलों के विश्लेषण से पता चला है कि अधिकतर मरीज पहले से ही आईसोलेशन में थे जबकि 47 मरीजों को बुखार क्लीनिकों द्वारा भेजा गया और वे बाद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए.”आईसोलेशन बेड बढ़ाने की सिफारिश
वहीं महाराष्ट्र की केंद्रीय समिति ने मुंबई में आईसोलेशन केंद्रों में बिस्तरों की संख्या 1,200 से बढ़ाकर 2,000 तक करने की सिफारिश की है. कोरोना वायरस प्रकोप से निपटने के लिए राज्य की तैयारियों का आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल (आईएमसीटी) दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को मुंबई पहुंचा.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, ‘‘केंद्रीय समिति ने हमें इलाजरत रोगियों को न्यूनतम ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदान करने के लिए भी कहा है, क्योंकि अगर उन्हें सांस लेने में कोई दिक्कत है, तो इससे उनकी तकलीफ कम होगी.’’
टोपे ने कहा कि समिति के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम को अधिक बेड की व्यवस्था करने और पूरे मुंबई में जांच सुविधाएं बढ़ाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो टेंट को खुले मैदान में भी लगाया जा सकता है. आईएमसीटी ने बुधवार को राज्य सरकार द्वारा किए गए उपायों का आकलन करने के लिए धारावी के पृथकवास केंद्रों और शिविरों का दौरा किया.
मुंबई में बुखार क्लीनिकों से भेजे गए थे कोविड-19 के 47 मरीज
वहीं खबर मिली है कि मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,351 मामलों में से 47 मरीज नगर निगम के बुखार क्लीनिकों द्वारा भेजे गए थे. मुंबई देश में कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित शहर है जहां अबतक कोविड-19 के 3,683 मामलों की पुष्टि हुई है और इस संक्रमण से 161 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने झुग्गी क्षेत्रों से आने वाले रोगियों की बड़ी संख्या को देखते हुए कुछ बुखार ओपीडी (बहिरंग रोगी विभागों) की स्थापना की जिससे अधिक से अधिक लोगों की जांच की जा सके. मुंबई के कुल मामलों के विश्लेषण से पता चला है कि अधिकतर मरीज पहले से ही आईसोलेशन में थे जबकि 47 मरीजों को बुखार क्लीनिकों द्वारा भेजा गया और वे बाद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए.”आईसोलेशन बेड बढ़ाने की सिफारिश
वहीं महाराष्ट्र की केंद्रीय समिति ने मुंबई में आईसोलेशन केंद्रों में बिस्तरों की संख्या 1,200 से बढ़ाकर 2,000 तक करने की सिफारिश की है. कोरोना वायरस प्रकोप से निपटने के लिए राज्य की तैयारियों का आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल (आईएमसीटी) दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को मुंबई पहुंचा.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, ‘‘केंद्रीय समिति ने हमें इलाजरत रोगियों को न्यूनतम ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदान करने के लिए भी कहा है, क्योंकि अगर उन्हें सांस लेने में कोई दिक्कत है, तो इससे उनकी तकलीफ कम होगी.’’
टोपे ने कहा कि समिति के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम को अधिक बेड की व्यवस्था करने और पूरे मुंबई में जांच सुविधाएं बढ़ाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो टेंट को खुले मैदान में भी लगाया जा सकता है. आईएमसीटी ने बुधवार को राज्य सरकार द्वारा किए गए उपायों का आकलन करने के लिए धारावी के पृथकवास केंद्रों और शिविरों का दौरा किया.