मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को खुलासा किया कि पिछले महीने राज्य विधान परिषद का चुनाव उनके लिए शिवसेना के खिलाफ बगावत करने की आखिरी वजह था, हालांकि उन्होंने भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को नई सरकार के गठन के वास्तविक ‘कलाकार’ की संज्ञा देकर उनकी प्रशंसा की. उन्होंने विश्वास मत जीतने के बाद विधानसभा में कहा, ‘विधान परिषद के चुनाव (परिणाम) के दिन (20 जून) और जिस तरह से मेरे साथ व्यवहार किया गया… मैंने फैसला किया था कि अब पीछे मुड़कर नहीं देखूंगा.’
विधान परिषद के चुनाव में, भाजपा ने सभी पांच सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस के चंद्रकांत हंडोरे हार गए थे. कुछ दिन पहले, शिवसेना का दूसरा उम्मीदवार महाराष्ट्र से राज्यसभा चुनाव में भाजपा के तीसरे उम्मीदवार से हार गया था. जाहिर तौर पर इस बात का हवाला देते हुए कि वह मुंबई से कैसे बाहर निकले, शिंदे ने कहा कि पुलिस द्वारा नाकेबंदी (सुरक्षा नाकेबंदी) की गई थी. उन्होंने कहा, ‘मैं मोबाइल फोन टावर का पता लगाना और किसी व्यक्ति को ट्रैक करना जानता हूं. मैं नाकेबंदी से बचना भी जानता हूं.’
20 जून की रात शिंदे गुट एक चार्टर्ड उड़ान से सूरत पहुंचा था
नई सरकार के गठन से पहले पर्दे के पीछे की गतिविधियों की एक झलक पेश करते हुए, शिंदे ने याद किया कि आधी रात को जब सभी विधायक (गुवाहाटी के होटल में) सो रहे होते थे तब वह होटल से निकलते थे और सुबह जल्दी लौट जाते थे. शिंदे ने कहा, ‘इस सरकार के सच्चे कलाकर देवेंद्र फडणवीस हैं.’ मुंबई से निकलने के बाद, संभवत: 20 जून की रात को, शिंदे गुट एक चार्टर्ड उड़ान से गुवाहाटी जाने से पहले सूरत के एक होटल में था.
एकनाथ शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
अलग हुए विधायक दो जुलाई को मुंबई लौटने से पहले 29 जून को गोवा गए थे. महाराष्ट्र में एक सप्ताह से अधिक समय से चल रही राजनीतिक उथल-पुथल को समाप्त करते हुए एकनाथ शिंदे ने 30 जून को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में, जबकि देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Devendra Fadnavis, Eknath Shinde, Shiv sena