महाराष्ट्र में बैलेट पेपर से होंगे चुनाव! बजट सत्र में पेश हो सकता है विधेयक

विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले के साथ सीएम उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
महाराष्ट्र की महागठबंधन सरकार के तीनों दल - शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस इस मामले पर एकमत माने जा रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: February 11, 2021, 2:52 PM IST
मुंबई. महाराष्ट्र सरकार चुनाव कराने के लिए बैलेट पेपर को फिर से शुरू करने पर विचार कर रही है. माना जा रहा है कि मार्च में राज्य विधानसभा के बजट सत्र में इससे जुड़ा विधेयक पेश हो सकता है. News18 से खास बातचीत में विधानसभाध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने कहा कि उन्होंने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार को ईवीएम के साथ बैलेट पेपर पर चुनाव कराने के लिए एक ड्राफ्ट तैयार करने का निर्देश दिया है. पटोले ने कहा, 'अगर ड्राफ्ट तैयार है तो विधेयक को आगामी बजट सत्र में पेश किया जा सकता है.'
हालांकि पेश किया गया बिल केवल राज्य विधान सभा चुनावों और स्थानीय चुनावों के लिए लागू होगा. अगर ठाकरे सरकार इस विचार पर आगे बढ़ती है तो महाराष्ट्र, बैलेट पेपर और ईवीएम पर एक साथ चुनाव के लिए इस तरह का कानून लाने वाला पहला राज्य होगा.
पटोले ने कहा- लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले होंगे खुश
महागठबंधन सरकार के तीनों दल - शिवसेना, नेश्नलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस इस मामले पर एकमत माने जा रहे हैं. संभावित विधेयक के कानूनी पक्ष के बारे में पटोले ने News18 को बताया कि राज्य में चुनाव के लिए ऐसे कानून को बनाने के लिए संविधान के अनुच्छेद 328 के तहत शक्तियां मिली हुई हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के अधिकारियों सहित इससे संबंधित कई लोगों के साथ बैठक हो चुकी है.
पटोले ने कहा, 'अनुच्छेद 328 राज्य सरकार को इस तरह का कानून बनाने का अधिकार देता है. ' उन्होंने कहा कि चुनाव, ईवीएम से होना है या बैलेट पेपर से यह फैसला राज्य करेगा. उन्होंने कहा, 'जो लोग लोकतंत्र में विश्वास करते हैं. जो लोग बैलेट पेपर में यकीन रखते हैं. वह इससे खुश होंगे.'

न्यूज 18 से बात करते हुए एनसीपी नेता माजिद मेमन ने इसकी पुष्टि की और कहा कि ईवीएम से चुनाव कराने में निष्पक्षता के संबंध में कई शिकायतें मिली हैं. मेमन ने कहा, 'जो लोग वोट डाल रहे हैं, उनका विश्वास महत्वपूर्ण है .'
हालांकि पेश किया गया बिल केवल राज्य विधान सभा चुनावों और स्थानीय चुनावों के लिए लागू होगा. अगर ठाकरे सरकार इस विचार पर आगे बढ़ती है तो महाराष्ट्र, बैलेट पेपर और ईवीएम पर एक साथ चुनाव के लिए इस तरह का कानून लाने वाला पहला राज्य होगा.
पटोले ने कहा- लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले होंगे खुश
महागठबंधन सरकार के तीनों दल - शिवसेना, नेश्नलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस इस मामले पर एकमत माने जा रहे हैं. संभावित विधेयक के कानूनी पक्ष के बारे में पटोले ने News18 को बताया कि राज्य में चुनाव के लिए ऐसे कानून को बनाने के लिए संविधान के अनुच्छेद 328 के तहत शक्तियां मिली हुई हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के अधिकारियों सहित इससे संबंधित कई लोगों के साथ बैठक हो चुकी है.
पटोले ने कहा, 'अनुच्छेद 328 राज्य सरकार को इस तरह का कानून बनाने का अधिकार देता है. ' उन्होंने कहा कि चुनाव, ईवीएम से होना है या बैलेट पेपर से यह फैसला राज्य करेगा. उन्होंने कहा, 'जो लोग लोकतंत्र में विश्वास करते हैं. जो लोग बैलेट पेपर में यकीन रखते हैं. वह इससे खुश होंगे.'
न्यूज 18 से बात करते हुए एनसीपी नेता माजिद मेमन ने इसकी पुष्टि की और कहा कि ईवीएम से चुनाव कराने में निष्पक्षता के संबंध में कई शिकायतें मिली हैं. मेमन ने कहा, 'जो लोग वोट डाल रहे हैं, उनका विश्वास महत्वपूर्ण है .'