मनसुख हिरेन हत्याकांड: मुंबई क्राइम ब्रांच में बड़ा फेरबदल, सरकार ने किए 86 तबादले

महाराष्ट्र सरकार ने 86 पुलिसकर्मियों का किया तबादला . (File pic)
Maharashtra News: मनसुख हिरेन मर्डर केस के मुख्य आरोपी सचिन वाझे मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच में एपीआई के पद पर थे. वाझे की तैनाती सीआईयू यूनिट में थी.
- News18Hindi
- Last Updated: March 25, 2021, 7:32 PM IST
मुंबई. मनसुख हिरेन हत्याकांड (Mansukh Hiren Case) और सचिन वाझे केस पर मचे बवाल के बीच महाराष्ट्र सरकार ने 86 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया है. मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच में भी बड़ा फेरबदल करते हुए राज्य सरकार ने 65 कर्मियों का तबादला किया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच की अलग-अलग यूनिट के 28 पुलिस इंस्पेक्टर के अलावा 16 एपीआई और 19 पुलिस सब इंस्पेक्टर का विभिन्न थानों में तबादला किया गया है. अचानक महाराष्ट्र पुलिस के महकमें में हुए इतने बड़े फेरबदल को हाल में ही हो रहे क्रियाकलापों से जोड़कर देखा जा रहा है.
बता दें कि मनसुख हिरेन मर्डर केस के मुख्य आरोपी सचिन वाझे मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच में एपीआई के पद पर थे. वाझे की तैनाती सीआईयू यूनिट में थी. मुंबई के एक पॉश इलाके में एक एसयूवी मिलने के मामले में गिरफ्तार वाजे 25 मार्च तक राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की हिरासत में है. उस वाहन में जिलेटिन की छड़ें थीं. एटीएस ने हिरन की हत्या के मामले में निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिन्दे तथा क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गौड़ को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था.
इन धाराओं के तहत दर्ज किए गए केसवाझे को भारतीय दंड संहिता की धारा-286 (विस्फोटक सामग्री के संबंध में लापरवाही), धारा-465 (फर्जीवाड़ा), धारा-473 (फर्जीवाड़ा करने के इरादे से जाली मुहर रखना या बनाना), धारा- 506(2)आपराधिक उद्देश्य, धारा-120बी (आपराधिक साजिश) और विस्फोटक अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है.

वाझे 1990 के राज्य काडर के अधिकारी हैं. उन्हें वर्ष 2004 में घाटकोपर धमाके के संदिग्ध ख्वाजा यूनिस की हिरासत में हुई मौत मामले में भी निलंबित किया गया था लेकिन पिछले साल उन्हें बहाल कर दिया गया.
बता दें कि मनसुख हिरेन मर्डर केस के मुख्य आरोपी सचिन वाझे मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच में एपीआई के पद पर थे. वाझे की तैनाती सीआईयू यूनिट में थी. मुंबई के एक पॉश इलाके में एक एसयूवी मिलने के मामले में गिरफ्तार वाजे 25 मार्च तक राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की हिरासत में है. उस वाहन में जिलेटिन की छड़ें थीं. एटीएस ने हिरन की हत्या के मामले में निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिन्दे तथा क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गौड़ को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था.

वाझे 1990 के राज्य काडर के अधिकारी हैं. उन्हें वर्ष 2004 में घाटकोपर धमाके के संदिग्ध ख्वाजा यूनिस की हिरासत में हुई मौत मामले में भी निलंबित किया गया था लेकिन पिछले साल उन्हें बहाल कर दिया गया.