मंत्रालय द्वारा प्रभावित लोगों को तुरंत मदद देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है. (फाइल फोटो)
मुंबई: महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) ने शुक्रवार को आगाह किया कि धोखाधड़ी करने वाले लोग फर्जी संगठन (Fake Organization) बनाकर बाढ़ पीड़ितों की मदद के नाम पर ऑनलाइन माध्यमों से चंदा एकत्र कर रहे हैं. पुलिस की साइबर शाखा (Police Cyber Branch) ने एक एडवाइजरी में कहा कि ऑनलाइन माध्यम से किसी भी संगठन को दान देते समय पूरी तरह सावधानी बरतनी चाहिए. इसके मुताबिक, कई संगठन पिछले सप्ताह आई बाढ़ और भूस्खलन से पीड़ित लोगों की सहायता के लिए कार्य कर रहे हैं और लोगों से सोशल मीडिया के जरिए मदद मांग रहे हैं.
एडवाइजरी के मुताबिक, साइबर धोखाधड़ी करने वाले लोग इसका फायदा उठाकर फर्जी एनजीओ और धर्मार्थ ट्रस्ट बनाकर पैसे एकत्र कर रहे हैं. इसके मुताबिक, ऐसे लोगों द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खाते उनके निजी अकांउट होते हैं, ऐसे में ऑनलाइन दान देने के दौरान सतर्कता बरतें.
इससे पहले राज्य सरकार ने बुधवार को बाढ़ और बारिश से प्रभावित हर एक व्यक्ति को दस हजार रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा था कि बाढ़ से प्रभावित लोगों की स्थिति को सुधारने का एकमात्र जरिया लोगों का पुनर्वास है.
बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान रायगढ़ को हुआ है. यहां के लोगों के लिए राज्य सरकार महाड में एक स्थायी एनडीआरएफ शिविर भी स्थापित कर रही है. मंत्रालय द्वारा प्रभावित लोगों को तुरंत मदद देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है.
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