Maharashtra Political drama: महाराष्ट्र का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल, महाराष्ट्र राज्य विधानसभा के सचिव अजय चौधरी और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है. इधर बागी गुटों की तरफ से खबर आ रही है कि वे बहुत जल्द सरकार से समर्थन वापसी की घोषणा कर सकते हैं.
मुंबई: महाराष्ट्र में आज का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलता रहा. डिप्टी स्पीकर ने बागी नेताओं को अयोग्य ठहराने संबंधी नोटिस पर जवाब देने के लिए आज तक का समय दिया था. इसके बाद बागी नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सभी पक्षों को नोटिस भेजा और अयोग्यता संबंधी नोटिस पर बागी खेमे को 12 जुलाई तक का समय दे दिया. अब खबर आ रही है शिंदे गुट बहुत जल्द उद्धव सरकार से अपना समर्थन वापस ले सकता है.
सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे शीर्ष अदालत में शिंदे गुट की ओर से पेश हुए. वहीं, अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में उद्धव कैंप का पक्ष रखा. डिप्टी स्पीकर ने बागी विधायकों को जवाब देने का आज तक वक्त दिया था. जिसे सुप्रीम कोर्ट ने 11 जुलाई तक बढ़ा दिया है. इस बीच महाराष्ट्र राजनीतिक संकट को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में एकनाथ शिंदे, शिवसेना के बागी विधायकों, मंत्रियों को तुरंत राज्य में लौटने और कर्तव्यों का निर्वहन करने का निर्देश देने की मांग की गई है. याचिका में कर्तव्यों पालन में चूक के लिए बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई है.
इससे पहले एकनाथ शिंदे ने बाद में ट्वीट किया कि वह इसे अपनी नियति मानेंगे, भले ही उन्हें ‘हिंदुत्व का पालन करने’ के लिए मरना पड़े. शिंदे गुट, जो 22 जून से गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए है, ने मांग की है कि शिवसेना को महा विकास अघाड़ी गठबंधन से हटना चाहिए, जिसमें एनसीपी और कांग्रेस भी शामिल हैं. लेकिन शिवसेना ने भी हार मानने से इनकार कर दिया और असंतुष्टों को फिर से चुनाव लड़ने के लिए कहकर उनके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. गठबंधन सहयोगी राकांपा और उसके प्रमुख शरद पवार ने सीएम उद्धव ठाकरे पर भरोसा जताया है और कहा है कि जब तक जरूरत होगी, पार्टी उनका और शिवसेना का समर्थन करती रहेगी.
इस बीच शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत के बयान पर पलटवार करते हुए शिंदे ने ट्वीट किया, ‘बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना उन लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है जिनका मुंबई बम विस्फोट के दोषियों, दाऊद इब्राहिम और मुंबई के निर्दोष लोगों की जान लेने के लिए जिम्मेदार लोगों से सीधा संबंध था. इसलिए हमने ऐसा कदम उठाया, मरना ही बेहतर है.’ इससे पहले संजय राउत ने शिंदे गुट पर जुबानी हमला करते हुए कहा था कि ये जो 40 लोग गुवाहाटी गए हैं ना, उनकी बॉडी ही यहां आएगी, आत्मा नहीं आएगी. राउत ने कहा कि वे वहां तड़प रहे हैं. जब ये (बागी विधायक) यहां (मुंबई) उतरेंगे तो ये मन से जीवित नहीं रहेंगे, उनकी बॉडी पोस्टमार्टम के लिए सीधे महाराष्ट्र विधानसभा जाएगी. उनको पता है ये जो आग लगाई है उस आग में क्या हो सकता है. मुंबई आकर दिखाओ, मेरा चैलेंज है.
अधिक पढ़ें ...शिवसेना के बागी गुट के साथ बीजेपी महाराष्ट्र में नई सरकार बना सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ही मुख्यमंत्री हो सकते हैं जबकि एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं. आगे पढ़ें-
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, लोग कहते थे कि कांग्रेस और एनसीपी आपके साथ धोखा करेंगे लेकिन हमारे अपने ही लोगों ने मेरे साथ धोखा किया. कई एमएलए जो पहे रिक्शा चलाते थे, वाचमैन थे और पान की दुकान करते थे, उन्हें हमने मंत्री बनाया, 20 मई को ही उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया था लेकिन उन्होंने ड्रामा किया.
Many people told us that Congress & NCP will betray us but our people betrayed us. Many MLAs who were watchmen, rickshaw drivers, and paan shopkeepers – we made them Ministers. On 20th May, Uddhav Thackeray offered him (Eknath Shinde) the CM post & he did drama: Aaditya Thackeray pic.twitter.com/9iDr6gTo7u
— ANI (@ANI) June 27, 2022
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बागी नेताओं पर तीखा तंज कसते हुए कहा है कि एक तरफ असम की जनता बाढ़ से परेशान हैं तो दूसरी ओर वे (बागी नेता) रोजना 9 लाख रुपये का भोजन कर रहे हैं. आदित्य ठाकरे ने कहा, वे गुवाहाटी गए हैं, जहां प्रलंयकारी बाढ़ के कारण अधिकांश जनता को भोजन नसीब नहीं हो रहा है. उनके सिर पर छत नहीं है. दूसरी ओर वे वहां मजा कर रहे हैं. होटल में एक दिन में 9 लाख का भोजन कर रहे हैं और निजी हेलीकॉप्टर का आनंद उठा रहे हैं. उन्हें इस पर शर्म आनी चाहिए.
महाराष्ट्र इकाई बीजेपी की कोर कमिटी की बैठक खत्म हो गई है. महाराष्ट्र बीजेपी के नेता सुधीर मुनगंतिवार ने कहा, बैठक में वर्तमान स्थिति पर चर्चा हुई.
BJP core committee meeting concluded. After SC order, state’s political situation was assessed & discussed. Eknath Shinde said that his faction is original Shiv Sena, this too was discussed. We discussed what role should we assume in future in current scenario: Sudhir Mungantiwar pic.twitter.com/gaSq5UqqxE
— ANI (@ANI) June 27, 2022
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे मुंबई के भायखला में शिवसैनिकों को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा, महा विकास अघाडी की सरकार आगे भी जारी रहेगी. जिस शक्ति ने हमें यहां लाया है… हम दिल्ली में भी सत्ता में आएंगे.
महा विकास अघाडी की सरकार आगे भी जारी रहेगी। जिस शक्ति ने हमें यहां लाया है… हम दिल्ली में भी सत्ता में आएंगे: महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे, भायखला(मुंबई) में शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए pic.twitter.com/05iyTmUD1V
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2022
परभणी के विधायक राहुल पाटिल ने शिंदे कैंप में जाने की खबरों के बीच कहा है कि वे मरते दम तक शिवसेना को नहीं छोड़ेंगे.
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने आज नवी मुंबई के एक अस्पताल में पार्टी के एक एमएलए से मुलाकात की. दो दिन पहले रायगढ़ में विधायक शिंदे गुट के समर्थकों के साथ हुई झड़प में घायल हो गए थे.
Maharashtra Minister & Shiv Sena leader Aaditya Thackeray visited party MLAs at a hospital in Navi Mumbai, after they got injured in a clash with the supporters of the Eknath Shinde camp two days ago in Karjat, Raigad#MaharashtraPolitcalCrisis pic.twitter.com/AMluJGr0bk
— ANI (@ANI) June 27, 2022
महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक के बीच बागी नेता एकनाथ शिंदे गुट को दो विधायक गुवाहाटी से मुंबई आएंगे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करेंगे. उम्मीद है कि वे राज्यपाल से कहेंगे कि उद्धव सरकार विधानसभा में अपना बहुमत खो चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक एमएलए के अनुरोध पर राज्यपाल शक्ति परीक्षण के लिए विधानसभा की बैठक बुला सकते हैं. इस सप्ताह के आखिर तक फ्लोर टेस्ट की संभावना है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राजनीतिक उठापठक के बाद से दो बार इस्तीफा देने का मन बना लिए थे लेकिन दोनों बार गठबंधन के सहयोगियों की ओर से उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया गया. सूत्रों के मुताबिक 21 जून को जब 21 बागी विधायक सूरत चले गए थे और उनसे संपर्क टूट चुका था, तब उसके अगले ही दिन उन्होंने इस्तीफा देने का मन बना लिया था लेकिन गठबंधन के सहयोगियों ने ऐसा होने नहीं दिया. आगे पढ़ें-
सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई से पहले महाराष्ट्र विधानसभा में शक्ति परीक्षण की तारीख तय हो सकती है. यानी 11 जुलाई से पहले महाराष्ट्र विधान सभा में फ्लोर टेस्ट हो सकता है. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी विधानसभा की बैठक बुला सकते हैं और इसी दिन प्रोटेम स्पीकर की भी नियुक्ति कर सकते हैं.
शिवसेना विधायक राहुल पाटिल के एकनाथ शिंदे खेमे में शामिल होने की संभावना है. यह जानकारी सूत्रों ने दी है और फिलहाल इसकी पुष्टि शिवसेना पार्टी या शिंदे गुट की ओर से नहीं हुई है. आगे पढ़ें-
सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद शिवसेना से बागी हुए एकनाथ शिंदे ने पहला रिएक्शन दिया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह हिंदुत्व के सम्राट बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व और धर्मवीर आनंद दिघे साहेब के विचारों की जीत है. वहीं दीपक केसरकर ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार अल्पमत में है. उद्धव ठाकरे सरकार को हार मान लेनी चाहिए और इन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
एनसीपी नेता व मंत्री छगन भुजबल भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. इसके पहले अजित पवार ने भी खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी ट्वीट के जरिये दी थी.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि मुंबई की 36 विधानसभा के सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं को एयरपोर्ट पहुंचने की तैयारी रखने का निर्देश दिया है. आदेश में कहा है कि जब तारीख और समय बताया जाएगा तो बड़ी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहें. बागी विधायकों के भव्य स्वागत के साथ उनकी सुरक्षा का जिम्मा भी बीजेपी कार्यकर्ता का होगा.
इनपुट: यतेंद्र शर्मा
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक का दौर लंबा खिंचता हुआ दिख रहा है. इसमें दोनों गुटों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गया है. शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बागी नेताओं को चुनौती देते हुए कहा है कि जो दगाबाजी करते हैं, वे कभी नहीं जीतते हैं. आगे पढ़ें-
महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने न्यूज 18 से कहा, बागी नेताओं को फ्लोर टेस्ट से पहले मोरल टेस्ट (नैतिक परीक्षा) देना चाहिए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग वापस आना चाहते हैं, उनके लिए दरवाजा हमेशा खुला है.
आदित्य ठाकरे ने कहा, जो लोग खुद को बागी कहते हैं, वे यहां से भाग गए. अगर सच में वे बगावत करना चाहते हैं, तो उन्हें यहां रहकर बगावत करनी चाहिए. उन्हें इस्तीफा देना चाहिए फिर चुनाव लड़ना चाहिए. आदित्य ठाकरे ने कहा, दूसरा फ्लोर टेस्ट तब होगा जब वे हमारे सामने बैठकर मुझसे आंख में आंख मिलाकर बात करें.
सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना नेता अजय चौधरी और सुनील प्रभु को पांच दिनों के अंदर अपना जवाब देने को कहा है. सुप्रीम कोर्ट ने इस केस की सुनवाई के लिए अब 12 जुलाई का समय निर्धारित किया है.
सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों की याचिका पर जवाब देने के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर, विधानसभा के सचिव, केंद्र और अन्य को नोटिस जारी किया है. एकनाथ शिंदे एवं अन्य 15 बागी विधायकों ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल द्वारा अयोग्य ठहराए जाने के नोटिस को कोर्ट में चुनौती दी है.
सुप्रीम कोर्ट ने बागी नेता एकनाथ शिंदे गुट को अयोग्य ठहराने जाने वाले नोटिस पर जवाब देने के लिए अब 12 जुलाई की शाम 5: 30 तक का समय दे दिया. पहले यह समय 11 जुलाई को 5: 30 बजे तक ही था.
मुंबई: महाराष्ट्र में आज का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलता रहा. डिप्टी स्पीकर ने बागी नेताओं को अयोग्य ठहराने संबंधी नोटिस पर जवाब देने के लिए आज तक का समय दिया था. इसके बाद बागी नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सभी पक्षों को नोटिस भेजा और अयोग्यता संबंधी नोटिस पर बागी खेमे को 12 जुलाई तक का समय दे दिया. अब खबर आ रही है शिंदे गुट बहुत जल्द उद्धव सरकार से अपना समर्थन वापस ले सकता है.
सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे शीर्ष अदालत में शिंदे गुट की ओर से पेश हुए. वहीं, अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में उद्धव कैंप का पक्ष रखा. डिप्टी स्पीकर ने बागी विधायकों को जवाब देने का आज तक वक्त दिया था. जिसे सुप्रीम कोर्ट ने 11 जुलाई तक बढ़ा दिया है. इस बीच महाराष्ट्र राजनीतिक संकट को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में एकनाथ शिंदे, शिवसेना के बागी विधायकों, मंत्रियों को तुरंत राज्य में लौटने और कर्तव्यों का निर्वहन करने का निर्देश देने की मांग की गई है. याचिका में कर्तव्यों पालन में चूक के लिए बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई है.
इससे पहले एकनाथ शिंदे ने बाद में ट्वीट किया कि वह इसे अपनी नियति मानेंगे, भले ही उन्हें ‘हिंदुत्व का पालन करने’ के लिए मरना पड़े. शिंदे गुट, जो 22 जून से गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए है, ने मांग की है कि शिवसेना को महा विकास अघाड़ी गठबंधन से हटना चाहिए, जिसमें एनसीपी और कांग्रेस भी शामिल हैं. लेकिन शिवसेना ने भी हार मानने से इनकार कर दिया और असंतुष्टों को फिर से चुनाव लड़ने के लिए कहकर उनके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. गठबंधन सहयोगी राकांपा और उसके प्रमुख शरद पवार ने सीएम उद्धव ठाकरे पर भरोसा जताया है और कहा है कि जब तक जरूरत होगी, पार्टी उनका और शिवसेना का समर्थन करती रहेगी.
इस बीच शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत के बयान पर पलटवार करते हुए शिंदे ने ट्वीट किया, ‘बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना उन लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है जिनका मुंबई बम विस्फोट के दोषियों, दाऊद इब्राहिम और मुंबई के निर्दोष लोगों की जान लेने के लिए जिम्मेदार लोगों से सीधा संबंध था. इसलिए हमने ऐसा कदम उठाया, मरना ही बेहतर है.’ इससे पहले संजय राउत ने शिंदे गुट पर जुबानी हमला करते हुए कहा था कि ये जो 40 लोग गुवाहाटी गए हैं ना, उनकी बॉडी ही यहां आएगी, आत्मा नहीं आएगी. राउत ने कहा कि वे वहां तड़प रहे हैं. जब ये (बागी विधायक) यहां (मुंबई) उतरेंगे तो ये मन से जीवित नहीं रहेंगे, उनकी बॉडी पोस्टमार्टम के लिए सीधे महाराष्ट्र विधानसभा जाएगी. उनको पता है ये जो आग लगाई है उस आग में क्या हो सकता है. मुंबई आकर दिखाओ, मेरा चैलेंज है.