फेक टीआरपी केस में रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया

रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी को मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार.
Fake TRP Case: मुंबई पुलिस ने हंसा रिसर्च के अधिकारी नितिन देवकर की शिकायत के बाद इस फर्जी टीआरपी रैकेट को लेकर 6 अक्टूबर को रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के अलावा दो अन्य स्थानीय चैनलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
- News18Hindi
- Last Updated: December 13, 2020, 11:37 AM IST
मुंबई. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने कथित फर्जी टीआरपी केस (Fake TRP Case) में रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी (Vikas Khanchandani) को गिरफ्तार कर लिया है. अब तक इस मामले में 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मुंबई पुलिस ने हंसा रिसर्च के अधिकारी नितिन देवकर की शिकायत के बाद इस फर्जी टीआरपी रैकेट को लेकर 6 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की थी. मुंबई पुलिस ने इस कथित टीआरपी घोटाले में नवबंर में यहां की एक अदालत में आरोपपत्र भी दाखिल किया था.
बता दें कि पुलिस की अपराध आसूचना इकाई (सीआईयू) कथित टेलीविजन रेटिंग पॉइंट (टीआरपी) घोटाले की जांच कर रही है. इस केस में विकास खानचंदानी पहले भी कई बार पूछताछ की जा चुकी है. विकास खानचंदानी से पहले वरिष्ठ पत्रकार और चैनल के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को भी मुंबई पुलिस ने एक पुराने केस में गिरफ्तार किया था. हालांकि बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी.
बता दें फर्जी टीआरपी घोटाला उस वक्त सामने आया था जब रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल' (बार्क) ने इस बात की शिकायत दर्ज करवाई थी कि कुछ टीवी चैनल टीआरपी के आंकड़ों में हेरफेर कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें :- महाराष्ट्र: TRP घोटाले में मुंबई पुलिस ने दायर किया 1,400 पन्नों का आरोपपत्र
बार्क ने ये शिकायत हंसा रिसर्च ग्रुप के जरिए दर्ज कराई थी. गौरतलब है कि व्यूअरशिप डेटा (कितने दर्शक कौन सा चैनल देख रहे हैं और कितने समय तक देख रहे हैं) हासिल करने के लिए मापक यंत्र लगाने की जिम्मेदारी हंसा को दी गई थी.
बता दें कि पुलिस की अपराध आसूचना इकाई (सीआईयू) कथित टेलीविजन रेटिंग पॉइंट (टीआरपी) घोटाले की जांच कर रही है. इस केस में विकास खानचंदानी पहले भी कई बार पूछताछ की जा चुकी है. विकास खानचंदानी से पहले वरिष्ठ पत्रकार और चैनल के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को भी मुंबई पुलिस ने एक पुराने केस में गिरफ्तार किया था. हालांकि बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी.
Mumbai Police arrest Republic TV CEO Vikas Khanchandani in alleged TRP manipulation case. #Maharashtra
— ANI (@ANI) December 13, 2020
बता दें फर्जी टीआरपी घोटाला उस वक्त सामने आया था जब रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल' (बार्क) ने इस बात की शिकायत दर्ज करवाई थी कि कुछ टीवी चैनल टीआरपी के आंकड़ों में हेरफेर कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें :- महाराष्ट्र: TRP घोटाले में मुंबई पुलिस ने दायर किया 1,400 पन्नों का आरोपपत्र
बार्क ने ये शिकायत हंसा रिसर्च ग्रुप के जरिए दर्ज कराई थी. गौरतलब है कि व्यूअरशिप डेटा (कितने दर्शक कौन सा चैनल देख रहे हैं और कितने समय तक देख रहे हैं) हासिल करने के लिए मापक यंत्र लगाने की जिम्मेदारी हंसा को दी गई थी.