उद्धव ठाकरे मंत्रिमंडल का विस्तार विंटर सेशन से ठीक पहले या उसके बाद: अजीत पवार
News18Hindi Updated: November 30, 2019, 5:55 PM IST

डिप्टी सीएम के सवाल पर एक बार फिर अजित पवार ने कहा कि इसकी फैसला उद्धव ठाकरे और शरद पवार करेंगे. (File Photo)
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार (Ajit Pawar) ने शनिवार को कहा है कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) मंत्रिमंडल का विस्तार विंटर सेशन से ठीक पहले या उसके बाद किया जाएगा.
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- Last Updated: November 30, 2019, 5:55 PM IST
मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार (Ajit Pawar) ने शनिवार को कहा है कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) मंत्रिमंडल का विस्तार विंटर सेशन से ठीक पहले या उसके बाद किया जाएगा. किसको मंत्री बनाना है और किसको उपमुख्यमंत्री, इसका फैसला उद्धव ठाकरे और शरद पवार करेंगे.
विधानसभा में उद्धव सरकार के शनिवार को बहुमत साबित करने से पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मुंबई स्थित अपने आवास पर नांदेड़ से BJP सांसद प्रताप चिखलीकर ने मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में अटकलबाजियों का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया. बता दें कि, यह वही प्रताप चिखलीकर हैं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी दिग्गज अशोक चव्हाण को उनके गढ़ में हराया था.
बड़ा सवाल, अजित पवार की एनसीपी से नाराजगी बरकरार है या दूर हो गई है?
ऐसे समय में भाजपा सांसद और अजित पवार की मुलाकात के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं. प्रश्न यह भी उठ रहा है कि अजित पवार की एनसीपी से नाराजगी बरकरार है या दूर हो गई है. गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के साथ जिन लोगों ने शपथ ली उनमें अजित पवार का नाम शामिल नहीं था.विश्वासमत के पहले मुलाकात ने अफवाहों को दिया आधार
अजित पवार ने नांदेड़ से बीजेपी सांसद प्रताप चिखलीकर से ऐसे समय में मुलाकात की, जब शिवेसना की अगुआई वाली प्रदेश सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करना था. तय कार्यक्रम के अनुसार, उद्धव सरकार को दोपहर बाद तकरीबन 2 बजे विधानसभा में बहुमत साबित करना था, महाराष्ट्र विधानसभा में उद्धव सरकार ने बहुमत साबित कर दिया है. उद्धव सरकार के पक्ष में 169 मत पड़े.
राज्यपाल की सहमति से नियुक्त किया गया प्रोटेम स्पीकर
विधानसभा में बहुमत परीक्षण से ठीक पहले भाजपा ने सदन से वॉकआउट किया. फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले भाजपा के वॉकआउट करने पर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि, राज्यपाल की सहमति से शपथ ग्रहण समारोह और उसके बाद विधानसभा का सत्र आयोजित किया गया.
राज्यपाल की सहमति से प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया, जबकि विधानसभा में फ्लोर टेस्ट सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हुआ है. यह सब करके बीजेपी केवल अपना चेहरा बचाने की कोशिश कर रही है.
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बड़ा सवाल, अजित पवार की एनसीपी से नाराजगी बरकरार है या दूर हो गई है?
ऐसे समय में भाजपा सांसद और अजित पवार की मुलाकात के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं. प्रश्न यह भी उठ रहा है कि अजित पवार की एनसीपी से नाराजगी बरकरार है या दूर हो गई है. गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के साथ जिन लोगों ने शपथ ली उनमें अजित पवार का नाम शामिल नहीं था.विश्वासमत के पहले मुलाकात ने अफवाहों को दिया आधार
अजित पवार ने नांदेड़ से बीजेपी सांसद प्रताप चिखलीकर से ऐसे समय में मुलाकात की, जब शिवेसना की अगुआई वाली प्रदेश सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करना था. तय कार्यक्रम के अनुसार, उद्धव सरकार को दोपहर बाद तकरीबन 2 बजे विधानसभा में बहुमत साबित करना था, महाराष्ट्र विधानसभा में उद्धव सरकार ने बहुमत साबित कर दिया है. उद्धव सरकार के पक्ष में 169 मत पड़े.
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विधानसभा में बहुमत परीक्षण से ठीक पहले भाजपा ने सदन से वॉकआउट किया. फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले भाजपा के वॉकआउट करने पर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि, राज्यपाल की सहमति से शपथ ग्रहण समारोह और उसके बाद विधानसभा का सत्र आयोजित किया गया.
Nawab Malik, NCP on Opposition MLAs walkout of state Assembly ahead of floor test: Oath taking ceremony was conducted, Vidhan Sabha session held & Pro tem speaker appointed with consent of Governor&floor test held as per orders of SC.BJP is only trying to save face. #Maharashtra pic.twitter.com/YflxVcZAwn
— ANI (@ANI) November 30, 2019
राज्यपाल की सहमति से प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया, जबकि विधानसभा में फ्लोर टेस्ट सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हुआ है. यह सब करके बीजेपी केवल अपना चेहरा बचाने की कोशिश कर रही है.
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First published: November 30, 2019, 4:37 PM IST
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