राफेल लड़ाकू विमानों के कल-पुर्जे जोड़ना सीखेंगे इस संस्थान के छात्र..

भारत को मिलेगी राफेल की डिलीवरी
राफेल लड़ाकू विमान बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी दसॉ एविएशन (Dassault Aviation) ने सरकार द्वारा संचालित आईटीआई नागपुर के साथ एक समझौते पर पिछले महीने हस्ताक्षर किया है. इसके तहत संस्थान में ‘एरोनॉटिकल स्ट्रक्चर एंड इक्विपमेंट फिटर’ पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा.
- भाषा
- Last Updated: August 27, 2019, 6:23 PM IST
महाराष्ट्र (Maharashtra) के नागपुर (Nagpur) के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) के छात्रों को राफेल (Rafale) और फाल्कन विमानों (Falcon Fighter Jets) के कल-पुर्जे जोड़ना सिखाया जाएगा. इन आधुनिक लड़ाकू विमानों के कल-पुर्जे कैसे जोड़ें, यहां के छात्रों को इसे सीखने का मौका मिलेगा. राफेल लड़ाकू विमान बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी दसॉ एविएशन (Dassault Aviation) ने सरकार द्वारा संचालित आईटीआई नागपुर के साथ एक समझौते पर पिछले महीने हस्ताक्षर किया है. इसके तहत संस्थान में ‘एरोनॉटिकल स्ट्रक्चर एंड इक्विपमेंट फिटर’ पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा.
आईटीआई के प्राचार्य हेमंत आवरे ने कहा, ‘छात्र यहां डीआरएएल इकाई में फाल्कन और राफेल विमानों के एयरो स्ट्रक्चर, कॉकपिट फिटिंग, विंग फिटिंग और बॉडी स्ट्रक्चर फिटिंग का प्रशिक्षण हासिल करेंगे.’
बता दें कि भारत सरकार (Indian Government) ने फ्रांस (France) के साथ 36 लड़ाकू विमानों का सौदा किया है. यह सौदा 58000 करोड़ रुपयों का है. पिछले हफ्ते फ्रांस के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा था कि अगले महीने (सितंबर) में भारत (India) को 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से पहला विमान मिल जायेगा.सरकार के सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायु सेना प्रमुख बी एस धनोआ पेरिस जाकर भारतीय वायु सेना के लिए 36 राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप प्राप्त करेंगे.