महाराष्ट्र में शिवसेना के नेता संजय राउत के एमवीए छोड़ने संबंधी बयान के बाद महाविकास अघाड़ी के घटक दल कांग्रेस और एनसीपी में खलबली मच गई है. राज्य के वर्तमान संकट और राउत के बयान से उपजी नई स्थिति के बीच एनसीपी की आज बैठक हुई. इस बैठक के बाद एनसीपी के नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा है एनसीपी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ अंतिम सांस तक खड़ी रहेगी.
हालांकि उन्होंने संजय राउत के बयान पर कहा कि इस संबंध में हम ठाकरे जी से पूछेंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा. उन्होंने कहा, महाविकास अघाड़ी के प्रमुख उद्धव ठाकरे को आखिरी सांस तक सपोर्ट करेंगे. हमलोगों की स्थिति पर पूरी नजर है और सरकार को बचाने के लिए हमलोग पूरी कोशिश करेंगे.
सीएम सज्जन व्यक्ति हैं, संकट के लिए वे जिम्मेदार नहीं
अजीत पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तारीफ करते हुए कहा, वे सज्जन व्यक्ति हैं. मैंने ढाई साल से उन्हें देखा है, उन्हें सिर्फ यह बता दें कि क्या करना है, वे तुरंत कर देंगे. उनका स्वभाव बहुत अच्छा है. वे वर्तमान संकट के लिए जिम्मेदार नहीं हैं. अजीत पवार ने कहा, महाराष्ट्र में तीन पार्टी की सरकार है. हर जगह थोड़ा अनबन हो जाता है. हालांकि शिवसेना के बीच जो हुआ है वह उनका पर्सनल मामला है. जब उनसे पूछा गया कि क्या यह सब शिवसेना का रचा गया है, इसपर पवार ने कहा, मैंने ढाई साल उद्धव जी के साथ काम किया. यह स्वभाव उनका नहीं है.
शिंदे ने कहा था 25 साल चलनी चाहिए सरकार
अजीत पवार ने एकनाथ शिंदे के बारे में कहा, वे हमेशा कहते थे कि सरकार पांच साल नहीं बल्कि 25 साल चलें लेकिन पता नहीं उन्हें क्या हो गया. जब उनसे पूछा गया कि विधायक मुंबई छोड़कर दूसरे राज्य जाते हैं, इस पर अजीत पवार ने कहा, यह सोचने वाली बात है क्योंकि यहां के गृहमंत्री मंत्री और पुलिस को पता तक नही चलता. इसका मतलब इंटेलिजेंस फेल है. अजीत पवार ने शिंदे के हिन्दुत्व से हटने संबंधी बयान पर कहा, सरकार में शामिल एनसीपी और कांग्रेस सेक्युलर पार्टी है. शिवसेना के बारे में आपको पता है.
सभी पार्टी मिलकर सरकार को बचाएंगे
अजीत पवार ने कहा कि बैठक में विधायकों और सांसदों ने पार्टी प्रमुख शरद पवार को बुलाया था. इसमें तय हुआ कि सभी पार्टियों ने मिलकर सरकार बनाई थी, इसलिए सभी पार्टियों को सरकार का समर्थन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे को पार्टी के अंतर्गत पक्ष प्रमुख के साथ मिलकर बातचीत से मामला का हल करना चाहिए. एकनाथ शिंदे ने कहा था कि कांग्रेस, एनसीपी बढ़ रही है जबकि सेना दब रही है. इस सवाल पर पवार ने कहा, अगर ऐसा उन्हें लग रहा है तो यह उन्हें आपसी मिटिंग में बोलना चाहिए था. अगर तीन पार्टियों के बीच मतभेद है तो बताने पर उसका हल निकाला जा सकता था.
फंड जारी करने में मेरी कोई भूमिका नहीं
क्या इस पूरे घटनाक्रम में बीजेपी का हाथ है, इस सवाल पर अजीत पवार ने कहा, अभी तक तो ऐसा दिख नहीं रहा है. फंड से जुड़े एक सवाल पर अजीत पवार ने कहा, हर साल के लिए जो बजट जाता है वो कैबिनेट में जाता है वहां से हर विभाग के लिए फंड मंजूर किए जाते हैं. उसी हिसाब से फंड रिलीज होता है. इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा, मैं बता दू की सरकार जब से अस्तित्व में आई एक तिहाई निधि सभी को दिया है, विधायक निधि और दूसरी सभी निधि सभी को दी गई है. सभी को मैंने विकास कामों में मदद किया है.
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