174 अंडर सेक्रेटरी के प्रमोशन को मिली मंजूरी, फिर भी खुश नहीं हैं अधिकारी, जानें वजह

केंद्र सरकार ने 174 अंडर सेक्रेटरी को दिया एडहॉक प्रमोशन.
राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब इन सभी अधिकारियों को डिप्टी सेक्रेटरी (Deputy Secretary) का पद, सैलरी और भत्ता मिलने लगेगा, लेकिन इसके बावजूद भी ये अधिकारी अपने प्रमोशन (Promotion) से खुश नजर नहीं आ रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: December 14, 2020, 6:56 AM IST
नई दिल्ली. केंद्र सरकार (Central Government) के 174 अंडर सेक्रेटरी (Under Secretary) को सरकार की ओर से डिप्टी सेक्रेटरी (Deputy Secretary) के पद पर पदोन्नत (Promotion) किया जा रहा है. इन सभी अंडर सेक्रेटरी की पदोन्नति से संबंधित फाइल को राष्ट्रपति की ओर से मंजूरी भी मिल गई है. राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब इन सभी अधिकारियों को डिप्टी सेक्रेटरी का पद, सैलरी और भत्ता मिलने लगेगा, लेकिन इसके बावजूद भी ये अधिकारी अपने प्रमोशन से खुश नजर नहीं आ रहे हैं.
अमर उजाला में प्रकाशित खबर मे मुताबिक इन सभी अधिकारियों को नियमित प्रमोशन न देकर एडहॉक प्रमोशन दिया जा रहा है. इसका मतलब साफ है कि जैसे ही उस पद के लिए कोई नियमित दावेदार आ जाएगा तो उन्हें डिप्टी सेक्रेटरी का पद खाली करना होगा और फिर से अपने पहले वाले पद पर आना होगा. एक अनुमान के मुताबिक इन अधिकारियों को डिप्टी सेक्रेटरी का पद 30 जून तक ही मिल सकेगा.

अभी तक की जानकारी के मुताबिक विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में कार्यरत 174 अंडर सेक्रेटरी को सिलेक्शन ग्रेड (डिप्टी सेक्रेटरी) के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है. डीओपीटी के मुताबिक पदोन्नत होने वाले डिप्टी सेक्रेटरी को पे मेट्रिक्स लेवल 12 (78800-209200) के अंतर्गत वेतन दिया जाएगा लेकिन जैसे ही उस पद पर नियमित दावेदार आ जाएगा तो उसे तीन दिन के अंदर मूल कैडर में वापस जाना होगा.इसे भी पढ़ें :- 15 दिसंबर को गुजरात जाएंगे PM मोदी, 10 करोड़ लीटर क्षमता वाले वाटर प्लांट का करेंगे शिलान्यास
सरकार कभी भी एडहॉक प्रमोशन को वापस ले सकती है
यही नहीं वह डिप्टी सेक्रेटरी का पद ज्वाइन करना चाहता है या नहीं उसे ईमेल के जरिए बताना होगा. विजिलेंस क्लीयरेंस सहित दूसरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सभी अधिकारियों को डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर पदोन्नत कर दिया जाएगा. हालांकि सरकार की ओर से साफ किया गया है कि एडहॉक प्रमोशन वाले अफसरों को किसी भी समय पहले वाले पद पर भेजा जा सकता है.
अमर उजाला में प्रकाशित खबर मे मुताबिक इन सभी अधिकारियों को नियमित प्रमोशन न देकर एडहॉक प्रमोशन दिया जा रहा है. इसका मतलब साफ है कि जैसे ही उस पद के लिए कोई नियमित दावेदार आ जाएगा तो उन्हें डिप्टी सेक्रेटरी का पद खाली करना होगा और फिर से अपने पहले वाले पद पर आना होगा. एक अनुमान के मुताबिक इन अधिकारियों को डिप्टी सेक्रेटरी का पद 30 जून तक ही मिल सकेगा.
अभी तक की जानकारी के मुताबिक विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में कार्यरत 174 अंडर सेक्रेटरी को सिलेक्शन ग्रेड (डिप्टी सेक्रेटरी) के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है. डीओपीटी के मुताबिक पदोन्नत होने वाले डिप्टी सेक्रेटरी को पे मेट्रिक्स लेवल 12 (78800-209200) के अंतर्गत वेतन दिया जाएगा लेकिन जैसे ही उस पद पर नियमित दावेदार आ जाएगा तो उसे तीन दिन के अंदर मूल कैडर में वापस जाना होगा.इसे भी पढ़ें :- 15 दिसंबर को गुजरात जाएंगे PM मोदी, 10 करोड़ लीटर क्षमता वाले वाटर प्लांट का करेंगे शिलान्यास
सरकार कभी भी एडहॉक प्रमोशन को वापस ले सकती है
यही नहीं वह डिप्टी सेक्रेटरी का पद ज्वाइन करना चाहता है या नहीं उसे ईमेल के जरिए बताना होगा. विजिलेंस क्लीयरेंस सहित दूसरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सभी अधिकारियों को डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर पदोन्नत कर दिया जाएगा. हालांकि सरकार की ओर से साफ किया गया है कि एडहॉक प्रमोशन वाले अफसरों को किसी भी समय पहले वाले पद पर भेजा जा सकता है.