चीन में फंसे 23 भारतीय नाविक 14 जनवरी को जापान पहुंचेंगे, जल्द स्वदेश लौटने की उम्मीदः मनसुख मंडाविया

मंडाविया ने ट्वीट कर कहा कि एमवी जग आनंद पर फंसे 23 भारतीय क्रू सदस्य भारत वापस लौट रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री (Mansukh Mandaviya) ने एक अपडेट देते हुए कहा कि भारतीय नाविक 14 जनवरी को जापान के चीबा पोर्ट पहुंचेंगे और उसके बाद कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद भारत वापस लौटेंगे.
- News18Hindi
- Last Updated: January 9, 2021, 4:25 PM IST
नई दिल्ली. चीन (China) में फंसे 39 भारतीय नाविकों (Indian Sailors) में से 20 से ज्यादा जल्द ही स्वदेश वापस लौटेंगे. जहाजरानी मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने कहा कि 14 जनवरी को 23 भारतीय नागरिक जापान के चीबा पोर्ट पहुंचेंगे और उसके बाद वायरस संक्रमण संबंधी प्रोटोकॉल खत्म होने के बाद स्वदेश वापस लौटेंगे. कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए चीनी अधिकारियों ने एमवी आनंद (MV Anand) और एमवी अनास्तासिया को ना तो बंदरगाह पर आने दिया और ना ही महीनों तक क्रू को बदलने दिया. मंडाविया ने ट्वीट कर कहा कि एमवी जग आनंद पर फंसे 23 भारतीय क्रू सदस्य भारत वापस लौट रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री ने पहले लिखा, "चीन में फंसे हमारे नाविक वापस लौट रहे हैं. जहाज एमवी जग आनंद पर फंसे 23 भारतीय क्रू सदस्य जापान के चीबा पोर्ट की ओर चलने के लिए तैयार हैं, क्रू चेंज होने के बाद भारतीय नाविक 14 जनवरी को भारत लौटेंगे." दिसंबर महीने में कई सारे भारतीय नाविकों के चीन में फंसे होने और जेलनुमा जिंदगी की कहानियां बताने वाले वीडियो वायरल हुए थे. इनमें से ज्यादातर में नाविकों ने सरकार से उनकी मदद करने का आह्वान किया था. शुक्रवार को भारत सरकार ने नाविकों की मदद करने के लिए कई सारे उपायों पर विचार किया, इनमें से दोनों जहाजों पर फंसे भारतीय नाविकों को बदले जाने या फिर चीनी बंदरगाह पर जहाज को ले जाने का विकल्प था.
हालांकि बाद में केंद्रीय मंत्री ने एक अपडेट देते हुए कहा कि भारतीय नाविक 14 जनवरी को जापान के चीबा पोर्ट पहुंचेंगे और उसके बाद कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद भारत वापस लौटेंगे. दोनों जहाजों पर फंसे क्रू ऑस्ट्रेलियाई कोयला लेकर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें माल उतारने की अनुमति नहीं मिली. चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी व्यापार जंग के बीच भारतीय नाविक महीनों से जहाज पर फंसे हुए हैं.

NUSI (National Union of Seafarers of India) के जनरल सेक्रेटरी अब्दुलगनी सेरंग ने कहा कि भारतीय नाविक चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी व्यापारिक युद्ध में फंस गए हैं. ऐसे में NUSI नाविकों को फोन पर काउंसलिंग उपलब्ध करा रही है.
केंद्रीय मंत्री ने पहले लिखा, "चीन में फंसे हमारे नाविक वापस लौट रहे हैं. जहाज एमवी जग आनंद पर फंसे 23 भारतीय क्रू सदस्य जापान के चीबा पोर्ट की ओर चलने के लिए तैयार हैं, क्रू चेंज होने के बाद भारतीय नाविक 14 जनवरी को भारत लौटेंगे." दिसंबर महीने में कई सारे भारतीय नाविकों के चीन में फंसे होने और जेलनुमा जिंदगी की कहानियां बताने वाले वीडियो वायरल हुए थे. इनमें से ज्यादातर में नाविकों ने सरकार से उनकी मदद करने का आह्वान किया था. शुक्रवार को भारत सरकार ने नाविकों की मदद करने के लिए कई सारे उपायों पर विचार किया, इनमें से दोनों जहाजों पर फंसे भारतीय नाविकों को बदले जाने या फिर चीनी बंदरगाह पर जहाज को ले जाने का विकल्प था.
हालांकि बाद में केंद्रीय मंत्री ने एक अपडेट देते हुए कहा कि भारतीय नाविक 14 जनवरी को जापान के चीबा पोर्ट पहुंचेंगे और उसके बाद कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद भारत वापस लौटेंगे. दोनों जहाजों पर फंसे क्रू ऑस्ट्रेलियाई कोयला लेकर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें माल उतारने की अनुमति नहीं मिली. चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी व्यापार जंग के बीच भारतीय नाविक महीनों से जहाज पर फंसे हुए हैं.
UPDATE :The Seafarers will reach Chiba Port, Japan on 14th January and after following due procedure related to COVID protocols, they will fly back to India.
— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) January 9, 2021
NUSI (National Union of Seafarers of India) के जनरल सेक्रेटरी अब्दुलगनी सेरंग ने कहा कि भारतीय नाविक चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी व्यापारिक युद्ध में फंस गए हैं. ऐसे में NUSI नाविकों को फोन पर काउंसलिंग उपलब्ध करा रही है.