J&K: 'बाहर आ जाओ, वे आपको नुकसान नहीं पहुचाएंगे', आतंकी पिता से बेटे ने की मार्मिक अपील

सेना ने जानकारी दी है कि मलिक बाहर आकर सरेंडर करना चाहता था, लेकिन दूसरे आतंकियों ने उसे ऐसा करने नहीं दिया. (फोटो: News18 English)
Jammu-Kashmir Terrorism: स्थानीय लोगों का कहना है कि 20 दिसंबर को गायब होने और आतंकियों (Terrorists) के साथ शामिल होने से पहले मलिक एक बैंक कर्मचारी था. सेना ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से एक एके राइफल और तीन पिस्टल मिली हैं. इस कार्रवाई में दो घर तबाह हो गए.
- News18Hindi
- Last Updated: March 23, 2021, 6:26 AM IST
शोपियां. जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के शोपियां (Shopian) में सुरक्षाबलों (Security Forces) ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की थी. इस मामले का एक वीडियो वायरल (Viral Video) हुआ है, जिसमें हाल ही में आतंकवाद का हाथ थामने वाले युवक का 4 साल का बेटा, पिता से घर के बाहर आकर सरेंडर करने की मार्मिक अपील कर रहा है. बच्चे के साथ उसकी मां भी है. वो भी लगातार पति से आत्मसमर्पण करने के लिए कह रही है. हालांकि, पत्नी और बेटे की तमाम कोशिशों के बाद भी अन्य आतंकी उसे बाहर आने नहीं दे रहे हैं.
25 साल का आकिब अहमद मलिक करीब 3 महीने पहले आतंकवाद का हिस्सा बना था. शोपियां में कार्रवाई के दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकियों को सरेंडर करने के लिए प्रोत्साहित किया. मलिक जिस घर में दूसरे आतंकियों के साथ मौजूद था, वहां जवान उसके बेटे और पत्नी को लेकर पहुंचे. दोनों लगातार घर के मुखिया से बाहर आने की अपील कर रहे हैं. वीडियों में नजर आ रहा है कि बेटा पिता से कह रहा है 'बाहर आ जाओ, वे आपको नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. बाहर आ जाओ, मैं आपको याद कर रहा हूं.'
वीडियो में मलिक की पत्नी भी अपने पति से लगातार अपील कर रही है. वे कहती हुई नजर आ रही है 'प्लीज बाहर आओ और सरेंडर कर दो. अगर तुम बाहर नहीं आना चाहते, तो मुझे गोली मार दो. मेरे साथ अपने दोनों बच्चे आए हैं. बाहर आओ और सरेंडर कर दो.' हालांकि, इन अपीलों का कोई असर नहीं हुआ और मुठभेड़ में मलिक तीन अन्य आतंकियों के साथ मारा गया.
यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: शोपियां में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 4 आतंकी ढेर, ऑपरेशन खत्मदूसरे आतंकियों ने नहीं आने दिया
सेना ने जानकारी दी है कि मलिक बाहर आकर सरेंडर करना चाहता था, लेकिन दूसरे आतंकियों ने उसे ऐसा करने नहीं दिया. वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल रशिम बाली ने बताया 'पहले उसकी पत्नी ने सरेंडर करने की अपील की. इसके बाद हम उस बच्चे को इस उम्मीद से लेकर आए कि उसकी अपील उसे बाहर लाकर सरेंडर करा सकती है.' उन्होंने जानकारी दी हमें जानकारी मिली कि आकिब बाहर आना चाहता था, लेकिन उसके साथियों ने उसे रोक दिया. अगर वो बाहर आ जाता, तो हम उसे बचा सकते थे.'

स्थानीय लोगों का कहना है कि 20 दिसंबर को गायब होने और आतंकियों के साथ शामिल होने से पहले मलिक एक बैंक कर्मचारी था. सेना ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से एक एके राइफल और तीन पिस्टल मिली हैं. इस कार्रवाई में दो घर तबाह हो गए. बीते हफ्ते भी शोपियां में मुठभेड़ के दौरान 7 घर खत्म हो गए थे. इसमें 2 आतंकवादियों के ढेर कर दिया गया था.
25 साल का आकिब अहमद मलिक करीब 3 महीने पहले आतंकवाद का हिस्सा बना था. शोपियां में कार्रवाई के दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकियों को सरेंडर करने के लिए प्रोत्साहित किया. मलिक जिस घर में दूसरे आतंकियों के साथ मौजूद था, वहां जवान उसके बेटे और पत्नी को लेकर पहुंचे. दोनों लगातार घर के मुखिया से बाहर आने की अपील कर रहे हैं. वीडियों में नजर आ रहा है कि बेटा पिता से कह रहा है 'बाहर आ जाओ, वे आपको नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. बाहर आ जाओ, मैं आपको याद कर रहा हूं.'
वीडियो में मलिक की पत्नी भी अपने पति से लगातार अपील कर रही है. वे कहती हुई नजर आ रही है 'प्लीज बाहर आओ और सरेंडर कर दो. अगर तुम बाहर नहीं आना चाहते, तो मुझे गोली मार दो. मेरे साथ अपने दोनों बच्चे आए हैं. बाहर आओ और सरेंडर कर दो.' हालांकि, इन अपीलों का कोई असर नहीं हुआ और मुठभेड़ में मलिक तीन अन्य आतंकियों के साथ मारा गया.
सेना ने जानकारी दी है कि मलिक बाहर आकर सरेंडर करना चाहता था, लेकिन दूसरे आतंकियों ने उसे ऐसा करने नहीं दिया. वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल रशिम बाली ने बताया 'पहले उसकी पत्नी ने सरेंडर करने की अपील की. इसके बाद हम उस बच्चे को इस उम्मीद से लेकर आए कि उसकी अपील उसे बाहर लाकर सरेंडर करा सकती है.' उन्होंने जानकारी दी हमें जानकारी मिली कि आकिब बाहर आना चाहता था, लेकिन उसके साथियों ने उसे रोक दिया. अगर वो बाहर आ जाता, तो हम उसे बचा सकते थे.'
स्थानीय लोगों का कहना है कि 20 दिसंबर को गायब होने और आतंकियों के साथ शामिल होने से पहले मलिक एक बैंक कर्मचारी था. सेना ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से एक एके राइफल और तीन पिस्टल मिली हैं. इस कार्रवाई में दो घर तबाह हो गए. बीते हफ्ते भी शोपियां में मुठभेड़ के दौरान 7 घर खत्म हो गए थे. इसमें 2 आतंकवादियों के ढेर कर दिया गया था.